फिनटेक कंपनी पेटीएम (Paytm) इस समय काफी दिक्कतों से जूझ रही है। केंद्रीय बैंक RBI ने इसके पेमेंटे्स बैंक कारोबार पर नए डिपॉजिट्स लेने और क्रेडिट के लेन-देन पर रोक लगा दिया है। अब ED की भी मार इस पर पड़ सकती है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से बातचीत में रेवेन्यू सेक्रेटरी संजय मल्होत्रा ने कहा कि अगर फंड्स के हेर-फेर का कोई नया आरोप लगता है तो पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जांच ईडी करेगी। संजय मल्होत्रा ने कहा कि अगर पेटीएम पर RBI मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा कोई भी नया आरोप लगाता है तो भारतीय कानून के मुताबिक इसकी जांच डायरेक्टोरेट ऑफ एंफोर्समेंट करेगी।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने RBI की कार्रवाई को बताया उसका अधिकार
पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कारोबारी रोक के मामले में केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि एक सेक्टोरल नियामक के पास सेक्टर के भीतर की हर एंटिटी को रेगुलेट करने का पूरा अधिकार है। RBI ने ऐसा किया है और ऐसा करना उनके दायरे में है। उन्होंने आगे कहा कि फिनटेक होना या टेक कंपनी होने का मतलब ये नहीं है कि उसे किसी भी रेगुलेटरी निगरानी से मुक्ति मिल गई है। हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नेटवर्क 18 से बातचीत में पेटीएम का नाम लिए बना कहा कि वह फिनटेक सेक्टर को लेकर पॉजिटिव हैं। उन्होंने कहा कि सरकार फिनटेक को लेकर उत्साहित है और इस सेक्टर में अधिक से अधिक स्टेकहोल्डर्स के साथ जुड़ना चाहेगी।
Paytm पर हुई ये कार्रवाई, CEO ने कही ये बात
पिछले महीने 31 जनवरी को आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कारोबारी प्रतिबंध लगा दिए जिसके तहत 29 फरवरी के बाद यह नए डिपॉजिट्स नहीं ले सकेगी और क्रेडिट लेन-देन भी नहीं हो सकेगा। केंद्रीय बैंक ने यह कार्रवाई KYC से जुड़ी अनियमितताओं के चलते की। 2 फरवरी को पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने कहा कि पेटीएम ऐप 29 फरवरी के बाद भी काम करता रहेगा। उन्होंने X (पूर्व नाम Twitter) आगे लिखा कि हर चुनौती का एक समाधान होता है और कंपनी पूर्ण अनुपालन में अपने राष्ट्र की सेवा करने के लिए ईमानदारी से प्रतिबद्ध है।