वेदांता ग्रुप की कंपनी हिंदुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) से 1884 करोड़ रुपये के टैक्स की डिमांड की गई है। कंपनी को आयकर विभाग के नेशनल फेसलेस असेसमेंट सेंटर (NFAC) की असेसमेंट यूनिट से नोटिस मिला है। हिंदुस्तान जिंक ने शेयर बाजारों को इस बारे में सूचना दी है। टैक्स नोटिस असेसमेंट ईयर 2013-14 के लिए है। कंपनी का कहना है कि आयकर विभाग ने टैक्स डिमांड की गलत कैलकुलेशन की है।
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में हिंदुस्तान जिंक ने कहा कि 18,84,34,32,980 रुपये की टैक्स डिमांड इसलिए पैदा हुई है क्योंकि आयकर विभाग ने गलती से कंपनी की ओर से भरे गए प्रीपेड टैक्स/रेगुलर असेसमेंट के तहत भुगतान किए गए टैक्स की राशि पर विचार नहीं किया है। साथ ही इस टैक्स डिमांड की कैलकुलेशन करते समय क्लेरिकल और अंक संबंधी गलतियां भी की हैं।
कंपनी के मुताबिक, वह टैक्स अथॉरिटी को सुधार के लिए प्लीकेशन दायर कर चुकी है। आगे कहा कि हिंदुस्तान जिंक एक जिम्मेदार कॉरपोरेट नागरिक है और फुल टैक्स कंप्लायंस के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी को सुधार आवेदन से अनुकूल परिणाम की उम्मीद है और उसे नहीं लगता कि आयकर विभाग से मिले इस ऑर्डर का कंपनी पर कोई भौतिक वित्तीय प्रभाव पड़ेगा। कंपनी यह भी मानती है कि इस गलत टैक्स डिमांड को संशोधित किया जाना चाहिए ताकि सही टैक्स लायबिलिटी को दर्शाया जा सके।