मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली फिनलैंड की दिग्गज कंपनी HMD अब अपनी मैन्युफैक्चरिंग का एक बड़ा हिस्सा चीन से भारत में ट्रांसफर कर रही है। नोकिया ब्रांड के फीचर फोन भी यह HMD कंपनी बनाती है। कंपनी भारत को अपने ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब का एक बड़ा सेंटर बनाने की रणनीति पर आगे बढ़ रही है। इसके अलावा, HMD ने अपने इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स सप्लायर्स को भारत में फैक्ट्रियां खोलने पर विचार करने को कहा है, जिससे भारत में एक्सपोर्ट को बढ़ावा मिल सके। कंपनी को उम्मीद है कि अगर अमेरिका डोनाल्ड ट्रम्प के नए कार्यकाल में चीन पर कड़े टैरिफ लगाता है, तो इससे उसे लाभ हो सकता है।
HMD के इंडिया और एशिया पैसिफिक के सीईओ व वाइस प्रेसिडेंट रवि कुनवार ने कहा, “हम चीन से जो कुछ भी करते थे, उसका एक बड़ा हिस्सा अब भारत आ रहा है, चाहे वह हमारी सप्लाई चेन हो, सोर्सिंग हो या लॉजिस्टिक्स हब। धीरे-धीरे हम भारत में अपने कदम मजबूत कर रहे हैं, जिससे हमें भारत के लिए अपनी मजबूत एक्सपोर्ट रणनीति बनाने में मदद मिल रही है।" उन्होंने कहा, "हम चीन से जो भी निर्यात कर रहे हैं, उसका प्रतिशत घट रहा है और भारत से हमारा एक्सपोर्ट बढ़ रहा है।"
कुनवार ने यह भी कहा कि HMD ने अपनी मैन्युफैक्चरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का एक बड़ा हिस्सा भारत में ट्रांसफर कर दिया है, जिसमें हमारी सप्लाई चेन सोर्सिंग टीम भी शामिल है। उन्होंने कहा, “यह हमारी रणनीति के अनुरूप है कि भारत को एक्सपोर्ट के लिए चीन का एक मजबूत विकल्प बनाया जाए।”
हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि चीन से पूरी मैन्युफैक्चरिंग शिफ्ट करने में समय लगेगा। उन्होंने कहा, “इसके लिए भारत को लागत, गुणवत्ता और डिलीवरी में निरंतरता बनाए रखनी होगी। जब तक भारत इन मोर्चों पर बेहतर प्रदर्शन करता रहेगा, चीन से मैन्युफैक्चरिंग का एक बड़ा हिस्सा यहां शिफ्ट होगा।”
नोकिया फोन का भारत से एक्सपोर्ट
HMD अपने नोकिया फीचर फोन और स्मार्टफोन को भारत से पश्चिम एशिया और अफ्रीका में एक्सपोर्ट करती है। कुनवार ने कहा कि बदलते भू-राजनीतिक स्थितियां और सप्लाई चेन की सुरक्षा पर बढ़ते फोकस के चलते अमेरिका और यूरोप जैसे बाजारों पर भी फोकस बढ़ाया जाएगा।
HMD ने इस साल की शुरुआत में अपने स्मार्टफोन के लिए नोकिया ब्रांड का इस्तेमाल बंद कर दिया था। इसकी जगह इसने Fusion नाम से एक नए स्मॉर्टफोन ब्रांड को लॉन्च किया है, जो मिड-रेंज सेगमेंट पर अपना फोकस करेगा। कंपनी का ध्यान 10,000-15,000 रुपये के प्राइस सेगमेंट पर है और अगले साल 10,000 रुपये से कम के सेगमेंट में भी उसकी विस्तार की योजना है।