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HUL News: कब तक खपत में रहेगी सुस्ती, एचयूएल के सीईओ का ये है कैलकुलेशन

HUL News: हिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड (HUL) के सीएमडी रोहित जावा ने एचयूएल के सुस्त नतीजे को लेकर कहा कि लोगों को सिर्फ एक तिमाही या एक साल का ही नहीं देखना चाहिए बल्कि और बड़े टाइमफ्रेम में देखना चाहिए। उनका मानना है कि अगले दस साल में कंपनी की सभी कैटेगरीज कई गुना बढ़ जाएगी। उन्होंने अमेरिकी टैरिफ से खतरे को लेकर भी बातचीत की

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड May 01, 2025 पर 12:30 PM
HUL News: कब तक खपत में रहेगी सुस्ती, एचयूएल के सीईओ का ये है कैलकुलेशन
HUL News: एफएमसीजी सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी हिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड (HUL) के सीईओ और एमडी रोहित जावा का कहना है कि खपत में सुस्ती अभी कुछ वर्षों तक बनी रहने वाली है।

HUL News: एफएमसीजी सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी हिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड (HUL) के सीईओ और एमडी रोहित जावा का कहना है कि खपत में सुस्ती अभी कुछ वर्षों तक बनी रहने वाली है। एक मीडिया कंपनी से बातचीत में उन्होंने कहा कि कंपनी को फिलहाल धैर्य रखना होगा क्योंकि मार्केट बढ़ेगा और लंबी अवधि की योजना पर काम करना होगा। कंपनी ने पिछले हफ्ते वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के कारोबारी नतीजे जारी किए थे। मार्च तिमाही में कंपनी कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 3.7 फीसदी घटकर 2,464 करोड़ रुपये पर आ गया। कंपनी ने कमोडिटी इनफ्लेशन के चलते ग्रॉस मार्जिन में और गिरावट की आशंका जताई।

दस साल में कई गुना बढ़ जाएगी HUL

अपने हालिया इंटरव्यू में एचयूएल के सीईओ ने कहा कि लोगों को सिर्फ एक तिमाही या एक साल का ही नहीं देखना चाहिए बल्कि और बड़े टाइमफ्रेम में देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगले दस साल में कंपनी की सभी कैटेगरीज कई गुना बढ़ जाएगी। एचयूएल के सीएमडी का कहना है कि गांवो में खपत शहरों की तुलना में अधिक स्पीड से बढ़ रही है। इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि कंपनी का मार्जिन काफी हेल्दी है और 22-23 फीसदी की ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन के साथ यह सीपीजी (कंज्यूमर पैकेज्ड गुड्स) स्पेस में टॉप की कुछ कंपनियों में शुमार है। उनका मानना है कि यह अच्छा और मुनाफे वाला बिजनेस है जो तेजी से बढ़ते हुए कंपनी को फायदा देगा। एचयूएल के सीएमडी का कहना है कि कंपनी लाइफबॉय (Lifebuoy) और ग्लो एंड लवली (Glow & Lovely) के बाद हॉर्लिक्स (Horlicks) को भी नया रूप देने पर काम कर रही है।

अमेरिकी टैरिफ से कितना खतरा?

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