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इंडिया और यूरोपीय यूनियन के बीच फ्री-ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर के बाद भी इसके लागू होने में एक साल का समय लग जाएगा

भारत और यूरोपीय यूनियन जल्द ट्रेड डील करना चाहते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ को लेकर पॉलिसी से वैश्विक व्यापार को चोट पहुंची है। ऐसे में इंडिया और ईयू दोनों ही व्यापार के मामलें में अमेरिका पर अपनी निर्भरता घटाना चाहते हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 19, 2025 पर 4:50 PM
इंडिया और यूरोपीय यूनियन के बीच फ्री-ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर के बाद भी इसके लागू होने में एक साल का समय लग जाएगा
यूरोपीय यूनियन की तरफ से यूरोपीय कमीशन ट्रेड डील पर बातचीत करता है।

इंडिया और यूरोपीय यूनियन (ईयू) के बीच फ्री-ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर के बाद भी इसके लागू होने में कम से कम एक साल का समय लग जाएगा। इसकी वजह यूरोपीय यूनियन में शामिल 27 देशों का रेटफिकेशन प्रोसेस है। सूत्रों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी। इंडिया और ईयू के बीच फ्री-ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) पर बातचीत चल रही है। इस साल के अंत तक यह ट्रेड डील हो जाने की उम्मीद है।

ईयू में शामिल 27 देशों का रेटफिकेशन जरूरी होगा

एक सरकारी अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, "इसके लागू होने में समय लगेगा, क्योंकि EU में 27 देश शामिल हैं। इनमें से कुछ देशों का अपना रेटफिकेशन प्रोसेस (ratification process) है।" इंडस्ट्री के एक सूत्र ने तो कहा कि इसके लागू होने में एक साल से भी ज्यादा समय लग सकता है।

इंडिया-ईयू के बीच अगले दौर की बातचीत अक्टूबर में

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