Lay Off in Ola: छंटनी की आंच अब ओला (Ola) तक भी पहुंच चुकी है। ओला की सॉफ्टवेयर टीम के कुछ कर्मियों को पिंक स्लिप भेजना शुरू कर दिया है। पिंक स्लिप का मतलब है कि जिन्हें यह मिला है, उनकी अब कंपनी को जरूरत नहीं है। सीएनबीसी-टीवी18 को सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के मुताबिक ओला की कंपनी एएनआई टेक्नोलॉजीज (ANI technologies) के विभिन्न सॉफ्टवेयर वर्टिकल्स से कम से कम 200 कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
जिन लोगों को कंपनी से बाहर निकालने की तैयारी हो रही है, उनमें से अधिकतर ओला ऐप (Ola App) से जुड़े हुए हैं। ओला में आईटी पेशेवरों की छंटनी का यह फैसला ऐसे समय में लिया जा रहा है जब ओला की इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री गिर रही है। बिक्री में गिरावट के चलते ओला इलेक्ट्रिक ने सिर्फ ऑनलाइन बिक्री की रणनीति में बदलाव किया है। कंपनी के 20 एक्सपीरिएंस सेंटर खुल चुके हैं और इसके अलावा मार्च तक कंपनी की योजना 200 एक्सपीरिएंस सेंटर खोलने की है।
पिछले महीने बिक्री में रिकॉर्ड गिरावट
ओला करीब नौ महीने से इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में है लेकिन इसे अब सॉफ्टवेयर, बैटरी परफॉरमेंस और सर्विस को लेकर ग्राहकों की शिकायतों का सामना करना पड़ रहा है। अप्रैल में कंपनी ने 12691 स्कूटर की बिक्री की थी लेकिन उसके बाद से हर महीने इसकी बिक्री गिरती जा रही है। रजिस्ट्रेशन आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में ओला ने 3351 से कुछ ही अधिक गाड़ियां बेची थी जो पिछले छह महीने में सबसे कम है। ओला का ई-स्कूटर पिछले साल दिसंबर में लॉन्च हुआ था।
छंटनी पर क्या कहा कंपनी ने?
ओला के प्रवक्ता ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि कितने कर्मियों को बाहर निकाला जाएगा। कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि देश की सबसे बड़ी ईवी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक अब अपना फोकस सॉफ्टवेयर से इतर क्षेत्रों में बढ़ाएगी। यह गाड़ियों, सेल, बैट्री, मैन्यूफैक्चरिंग और ऑटोमेशन, ऑटोनॉमस इंजीनियरिंग स्ट्रीम्स से जुड़ी आरएंडडी क्षमता और इंजीनियरिंग तैयार करने पर फोकस करेगी।
दो हजार कर्मियों की पहले ही हो चुकी है छंटनी
ओला ने हाल ही में प्री-ओन्ड कार बिजनेस ओला कार्स (Ola Cars) और क्विक कॉमर्स बिजनेस ओला डैश (Ola Dash) के बंद होने के चलते करीब दो हजार कर्मियों की छंटनी की थी। पिछले दो साल में ओला के को-फाउंडर भावीश अग्रवाल की लीडरशिप टीम के सदस्यों समेत 30 से अधिक सीनियर ऑफिशियल्स ने कंपनी छोड़ी है। ओला में अभी करीब 2 हजार इंजीनियर काम करते हैं और कंपनी की योजना डेढ़ साल में इसे 5 हजार करने की है।