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RBI ने लगातार 10वीं बार रेपो रेट में नहीं किया बदलाव, जानिए इसकी क्या है वजह

आरबीआई ने रेपो रेट में बदलाव नहीं किया। इसकी उम्मीद पहले से की जा रही थी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि केंद्रीय बैंक रेपो रेट में कमी से पहले रिटेल इनफ्लेशन के सितंबर और अक्टूबर के डेटा का इंतजार करेगा। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने अगस्त में अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में साफ कर दिया था कि वह इकोनॉमी की स्थिति के हिसाब से इंटरेस्ट रेट के बारे में फैसला लेंगे

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 09, 2024 पर 10:37 AM
RBI ने लगातार 10वीं बार रेपो रेट में नहीं किया बदलाव, जानिए इसकी क्या है वजह
पिछले महीने अमेरिका के केंद्रीय बैंक Federal Reserve ने इंटरेस्ट रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स की कमी थी। इससे इंडिया सहित दूसरे देशों में इंटरेस्ट रेट में कमी होने की उम्मीद बढ़ गई थी।

आरबीआई ने 9 अक्टूबर को रेपो रेट में बदलाव नहीं किया। केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सुबह 10 बजे मॉनेटरी पॉलिसी के नतीजे पेश किए। आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक 7 अक्टूबर को शुरू हुई थी। इस बैठक में रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर बनाए रखने का फैसला लिया गया। केंद्रीय बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी का फैसला अनुमान के मुताबिक है। एक्सपर्ट्स ने अक्टूबर की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक में रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं होने का अनुमान व्यक्त किया था। यह लगातार 10वीं बार है जब आरबीआई ने रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है।

इनफ्लेशन पर आरबीआई का फोकस बरकरार

पिछले महीने अमेरिका के केंद्रीय बैंक Federal Reserve ने इंटरेस्ट रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स की कमी थी। इससे इंडिया सहित दूसरे देशों में इंटरेस्ट रेट में कमी होने की उम्मीद बढ़ गई थी। लेकिन, RBI ने अगस्त में अपनी मॉनेटरी पॉलिसी (Monetary Policy) में यह साफ कर दिया था कि इंटरेस्ट रेट में कमी का उसका फैसला घरेलू इकोनॉमी की स्थितियों पर निर्भर करेगा। केंद्रीय बैंक ने पिछले कई महीनों से रिटेल इनफ्लेशन को काबू में करने पर अपना फोकस बनाए रखा है। इसके नतीजे दिखे हैं। रिटेल इनफ्लेशन आरबीआई के 4 फीसदी के टारगेट के करीब आ गया है।

दिसंबर में आरबीआई रेपो रेट घटा सकता है

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