कोरोना महामारी के बाद लोगों के सामान्य जीवन में लौटने से कई बड़े बिजनेस घरानों की संपत्ति में एक बार फिर से उछाल आया है। इसमें दुनिया की लोकप्रिय एनर्जी ड्रिंक, रेड बुल (Red Bull) को बनाने वाला परिवार भी शामिल है। दुनिया भर में कई ऐसे दृश्य देखने को मिले है, जिससे पता चलता है कि रेड बुल को कारोबार कैसे बढ़ रहा है। इसमें सिंगापुर में 4 साल बाद आयोजित होने वाले म्यूजिक फेस्टिवल 'ZoukOut' में रेड बुल पीकर नाचते लोगों से लेकर लंदन की खचाखच भरी सुबह की ट्रेनों में कॉफी की जगह रेड बुल चुनने वाले लोग तक शामिल हैं। Red Bull GmbH ने पिछले साल रिकॉर्ड रेवेन्यू दर्ज किया और 11 अरब से अधिक कैन बेचे।
रेड बुल को थाईलैंड के एक परिवार 'यूविध्याज (Yoovidhyas)' ने बनाया था। जनवरी 2022 से अबतक इस परिवार की संपत्ति करीब 7.8 अरब डॉलर (करीब 657 अरब रुपये) बढ़ चुकी है। ब्लूमबर्ग के बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक, यह किसी भी एशियाई परिवार की संपत्ति में पिछले एक साल में आई सबड़े बड़ी उछाल है।
14 मार्च तक के आंकड़ों के मुताबिक, उनकी संपत्ति अब 27 अरब डॉलर से अधिक हो चुकी है। इसमें से अधिकतर संपत्ति उनकी रेडबुल में हिस्सेदारी से आ रही है, जो अभी तक एक प्राइवेट कंपनी है। इसके उलट दुनिया के अधितकतर अमीर परिवारों ने पिछले एक साल में बाजार की उथल-पुथल के दौरान अपना पैसा खोया है।
पेरिस के स्केमा बिजनेस स्कूल में स्पोर्ट्स और जियो-पोलिटिकल इकोनॉमी के प्रोफेसर साइमन चाडविक ने कहा, "एनर्जी डिक्री, एक एक्टिव लाइफ-स्टाइल का पर्यायवाची बन गया है।" उन्होंने कहा, "जो लोग लंबे समय बाद फिर से जिम जाना शुरू कर रहे हैं और काम करने के लिए वापस ऑफिस जा रहे हैं, उन्हें "एनर्जी ड्रिंक की जरूरत होगी।"
शैलियो यूविध्या, परिवार के एक सदस्य, 1970 के दशक में थाईलैंड में दवाएं बेचने का काम करते थे। इसी दौरान उन्हें एक अत्यधिक कैफीनयुक्त बेवरेज ड्रिंक का विचार आया और उन्होंने इस कंज्यूमर गुड्स सेगमेंट में बेचने का फैसला किया। उन्होंने इसका नाम 'क्रेटिंग डेंग' रखा, जिसका थाई भाषा में मतलब 'रेड बुल' होता है।
एशिया की यात्रा के दौरान, ऑस्ट्रियाई मार्केटर डायट्रिच मात्सिट्ज ने पाया कि इस ड्रिंक ने उन्हें अपने जेट लैग थकान को कम करने में मदद की। इसके बाद दोनों ने मिलकर 1984 में रेड बुल की स्थापना की और इसे एक ग्लोबल ब्रांड में बदल दिया। आज यह ब्रांड फुटबॉल और ऑटो-रेसिंग टीमों के साथ-साथ माउंटेन बाइकिंग और क्लिफ डाइविंग जैसे कई एडवेंचर खेलों की स्पॉन्सर भी है। ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस के एक एनालिस्ट्स केनेथ शी के मुताबिक, महामारी के बाद इसे बार और रेस्टोरेंट्स में अपने प्रतिद्वंदियों की तुलना में अधिक बिकने का लाभ हुआ।
यूविध्याज के पास रेड बुल की 51% हिस्सेदारी है। वहीं बाकी 49% हिस्सेदारी मात्सिट्ज के बेटे के हैं, जो पिछले साल अपने पिता की मौत के बाद यूरोप के सबसे अमीर मिलेनियर्स बन गए। इस कंपनी का मुख्यालय ऑस्ट्रिया में है और इसे अधिकतर मॉइनारिटी शेयरहोल्डर द्वारा चलाया जाता है। थाई परिवार इसके अलावा टीसीपी ग्रुप की भी मालिक है, जो थाईलैंड और अन्य एशियाई बाजारों में इस एनर्जी ड्रिंक का उत्पादन करता है।