आईटी सेक्टर की दिग्गज भारतीय कंपनी इंफोसिस (Infosys) में अक्टूबर 2022 से अब तक यानी आठ महीने में टॉप लेवल से 6 एंप्लॉयीज ने कंपनी छोड़ दी। ये सभी कंपनी में लंबे समय से जुड़े हुए थे। ऐसे में अब इस बात को लेकर इंडस्ट्री में चर्चा शुरू हो गई है कि क्या इंफोसिस अपने प्रोजेक्ट पर सही से काम कर पाएगी? एनालिस्ट्स के लिए प्रोजेक्ट के पूरा होने में देरी और रुकावट सबसे अहम चिंता बनी हुई है। शेयरों की बात करें तो इस महीने अब तक यह डेढ़ फीसदी से अधिक फिसल चुका है।
किन एंप्लॉयीज ने छोड़ी Infosys
पिछले साल अक्टूबर 2022 में इंफोसिस के प्रेसिडेंट और सीओओ रवि कुमार एस ने कंपनी छोड़ दी थी। उन्होंने करीब 20 साल बाद कंपनी छोड़ी थी। इसके बाद मार्च 2023 में इंफोसिस के सीईओ मोहित जोशी ने कंपनी छोड़ दी। यह भी इंफोसिस से करीब 20 साल से जुड़े हुए थे। मार्च में ही कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और इंजीनियरिंग सर्विसेज एंड ब्लॉकचेन के ग्लोबल हेड गोपीकृष्णन कोन्नानाथ ने भी 28 साल बाद कंपनी छोड़ दिया।
इसके बाद अप्रैल 2023 में करीब 23 साल बाद एग्जेक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और इंफोसिस के बीपीएम कारोबार के सेल्स एंड एंटरप्राइज कैपिबिलिटी के ग्लोबल हेड कपिल जैन ने भी कंपनी छोड़ दी। पिछले हफ्ते एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इसके दो सीनियर वाइस प्रेसिडेंट विशाल साल्वी और नरसिम्हा राव ने भी इस्तीफा दे दिया है। विशाल कंपनी के साइबर सिक्योरिटी के हेड हैं और नरसिम्हा कंपनी के क्लाउड और इंफ्रास्ट्रक्चर के ईवीपी हेड हैं।
तीन ने पकड़ी दूसरी कंपनी में सीईओ की पोस्ट
इंफोसिस से निकलने के बाद तीन लोगों ने अगली पारी सीईओ के रूप में शुरू की है। कपिल जैन ईक्लार्क्स (eClarx) के सीईओ बने हैं और उनका कार्यकाल 1 मई से प्रभावी हो गया है। रवि कुमार को कॉग्निजेंट ने 12 जनवरी को सीईओ बनाया है। मोहित जोशी ने टेक महिंद्रा के सीईओ की जिम्मेदारी संभाल ली है। वहीं दूसरी तरफ गोपीकृष्णनन फिलहाल साईबेज (Cybage) के प्रेसिडेंट हैं। बाकी दोनों एंप्लॉयीज के कैरियर के अगले चरण के बारे में फिलहाल कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।