Layoff News: शाओमी इंडिया (Xiaomi India) अपने कारोबारी ढांचे में बदलाव कर रही है। इसके तहत कंपनी अपने एंप्लॉयीज की छंटनी कर रही है और इसकी योजना एंप्लॉयीज की संख्या 1 हजार से नीचे लाने की है। इस साल 2023 की शुरुआत में इसके 1400-1500 एंप्लॉयीज थे। एक मीडिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इससे पहले पिछले हफ्ते कंपनी ने 30 एंप्लॉयीज की छुट्टी की थी और अब धीरे-धीरे टोटल एंप्लॉयीज 1 हजार से नीचे लाएगी यानी 30 फीसदी से अधिक एंप्लॉयीज को झटका लग सकता है। शाओमी इंडिया स्मार्टफोन, टीवी, लैपटॉप और टैबलेट की बिक्री करती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मौजूदा और पूर्व एंप्लॉयीज ने मार्केट शेयर में गिरावट और सरकारी एजेंसियों की सघन जांच के चलते यह छंटनी हो रही है। एंप्लॉयीज का कहना है कि रीस्ट्रक्चरिंग के चलते अधिकतर फैसले लेने का अधिकरा शाओमी इंडिया की चाइनीज पैरैंट कंपनी शाओमी के पास चला गया है और इस साल की शुरुआत से यह एंप्लॉयीज घटा रही है। हालांकि शाओमी इंडिया के प्रवक्ता का कहना है कि भारतीय इकाई के पास पूरा अधिकार है और एंप्लॉयीज कितने होंगे, यह कारोबार के हिसाब से तय होता है। प्रवक्ता ने आगे कहा कि जब और जैसी भी जरूरत होगी, हायरिंग भी जारी रहेगी।
Xiaomi India की कैसी है सेहत
मार्केट ट्रैक करने वाली काउंटरप्वाइंट रिसर्च के मुताबिक 10 हजार रुपये से कम के स्मार्टफोन सेगमेंट में पहले कंपनी का दबदबा था। हालांकि अब इस सेगमेंट में इसका शिपमेंट 44 फीसदी गिर गया जो इसके लिए अब तक की रिकॉर्ड गिरावट है। इस साल की पहली तिमाही जनवरी-मार्च 2023 में इसका शिपमेंट गिरकर 50 लाख पर आ गया जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 70-80 लाख पर था। पहले लगातार 20 तिमाहियों तक यह टॉप स्मार्टफोन ब्रांड था लेकिन अब 16 फीसदी मार्केट शेयर के साथ सैमसंग और वीवो के बाद यह तीसरे स्थान पर आ गया।
इसके अलावा कंपनी के कारोबारी चुनौतियां भी झेलनी पड़ रही हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने विदेशों में गलत तरीके से पैसे भेजने के मामले में इसके 5500 करोड़ रुपये के बैंक एसेट्स जब्द कर लिए। शाओमी के वकीलों का कहना है कि यह नगदी संकट से जूझ रही है और ऐसे में अंतरिम आदेश का आग्रह किया है ताकि दैनिक खर्चों के लिए यह अपने बैंक खातों का इस्तेमाल कर सके।