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Byju's में आई अच्छी खबर, शेयरहोल्डर्स ने मंजूर किया राइट्स इश्यू

Byju's हाल ही में 20 करोड़ डॉलर का राइट्स इश्यू लेकर आई थी, जो फुली सब्सक्राइब हुआ था। Byju’s पिछले कुछ वक्त से वेंचर कैपिटल फंडिंग में कमी और ऑनलाइन एजुकेशन के लिए डिमांड धीमी पड़ने की दोहरी मार झेल रहा है। अब Byju's के भारतीय कारोबार के रोज के ऑपरेशंस बायजू रवींद्रन खुद देखेंगे। कंपनी ने पिछले 12 महीनों में हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है

अपडेटेड Apr 15, 2024 पर 4:19 PM
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Byju's इस वक्त गंभीर नकदी संकट का सामना कर रहा है।

एडटेक स्टार्टअप Byju's में अच्छी खबर आई है। स्टार्टअप के शेयरहोल्डर्स ने राइट्स इश्यू को मंजूरी दे दी है। Byju's की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड (Think & Learn Pvt Ltd.) ने एक बयान में कहा कि एक इंडिपेंडेंट स्क्रूटिनाइजर की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑथराइज्ड शेयर कैपिटल बढ़ाने के लिए वोट को बहुमत से मंजूरी दे दी गई है। बयान में कंपनी ने कहा कि मतदान प्रक्रिया 6 अप्रैल 2024 को पूरी हुई थी और इसकी एक स्वतंत्र तीसरे पक्ष द्वारा विधिवत जांच की गई है। मतदान प्रक्रिया में EGM और पोस्टल बैलेट दोनों शामिल थे।

हाल ही में कंपनी 20 करोड़ डॉलर (करीब 1,650 करोड़ रुपये) का राइट्स इश्यू लेकर आई थी, जो फुली सब्सक्राइब हुआ था। कुछ निवेशकों ने Byju's के राइट्स इश्यू के खिलाफ NCLT का दरवाजा खटखटाया था। नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) ने 27 फरवरी के आदेश में Byju’s को, कंपनी के चार निवेशकों की ओर से दायर उत्पीड़न और कुप्रबंधन याचिका के सेटलमेंट तक राइट्स इश्यू से प्राप्त पैसे को एस्क्रो खाते में रखने का निर्देश दिया।

Byju's के को-फाउंडर और CEO बायजू रवींद्रन का कहना है, “हम इस महत्वपूर्ण दौर के दौरान अपने निवेशकों के सपोर्ट और समझ के लिए उनके आभारी हैं। जरूरी वर्किंग कैपिटल उपलब्ध कराने में उनका अमूल्य सपोर्ट, हमारे नए सिरे से विकास को आगे बढ़ाने के लिए उनकी सामूहिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।”


Byju's में छाया है गंभीर नकदी संकट

Byju’s पिछले कुछ वक्त से वेंचर कैपिटल फंडिंग में कमी और ऑनलाइन एजुकेशन के लिए डिमांड धीमी पड़ने की दोहरी मार झेल रहा है। एंप्लॉयीज को सैलरी ​वक्त पर नहीं मिल पा रही है। स्टार्टअप ने वादा किया है कि वह राइट्स इश्यू से हासिल पैसे का इस्तेमाल करने की इजाजत मिलने पर कर्मचारियों की बकाया सैलरी का भी भुगतान कर देगा।

12 महीनों में हजारों कर्मचारियों को निकाला 

कंपनी ने पिछले 12 महीनों में हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। इसके अलावा कई इनवेस्टर्स की ओर से कंपनी को विवादों और मुकदमों का सामना करना पड़ रहा है। इसके निवेशक बोर्ड के सदस्यों ने भी रवींद्रन के साथ मतभेदों का हवाला देते हुए इसे छोड़ दिया है। बायजू रवींद्रन और उनके परिवार की कंपनी में 26.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

कारोबार को संभालने की कवायद में रवींद्रन की निजी संपत्ति भी इसमें लग चुकी है। ‘Forbes World’s Billionaires List 2024’ के मुताबिक, रवींद्रन की संपत्ति घटकर शून्य पर आ गई है, जो एक साल पहले 17,545 करोड़ रुपये (2.1 अरब डॉलर) थी।

अर्जुन मोहन ने दिया इस्तीफा

इससे पहले 15 अप्रैल को ही खबर आई थी कि Byju's India के CEO अर्जुन मोहन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब Byju's के भारतीय कारोबार के रोज के ऑपरेशंस बायजू रवींद्रन खुद देखेंगे। वह 4 साल बाद डे-टू-डे ऑपरेशंस टेकओवर कर रहे हैं। अर्जुन 7 महीने पहले ही Byju's India के CEO बने थे। अब वह बाहरी सलाहकार की भूमिका में रहेंगे।

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