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PharmEasy के 4 को-फाउंडर छोड़ेंगे कंपनी, सिद्धार्थ शाह बने रहेंगे साथ; संभालेंगे CEO की जिम्मेदारी

अपनी शुरुआत के बाद से PharmEasy ने TPG, B Capital, थिंक इनवेस्टमेंट्स, अबू धाबी स्थित ADQ और कई अन्य से 1 अरब डॉलर से अधिक जुटाए हैं। वित्त वर्ष 2024 में, कंपनी का रेवेन्यू साल-दर-साल आधार पर 15 प्रतिशत घटकर लगभग 66 करोड़ डॉलर रह गया

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jan 20, 2025 पर 2:51 PM
PharmEasy के 4 को-फाउंडर छोड़ेंगे कंपनी, सिद्धार्थ शाह बने रहेंगे साथ; संभालेंगे CEO की जिम्मेदारी
फाउंडर ग्रुप के पास PharmEasy में कुल मिलाकर 2 प्रतिशत से कम हिस्सेदारी है।

ऑनलाइन मेडिसिन डिलीवरी प्लेटफॉर्म फार्मईजी (PharmEasy) चलाने वाली कंपनी एपीआई होल्डिंग्स के को-फाउंडर धर्मिल शेठ, धवल शाह, हर्ष पारेख और हार्दिक देधिया कंपनी छोड़ने वाले हैं। इस बारे में मनीकंट्रोल को सूत्रों से पता चला है। शेठ और धवल शाह ने 2015 में फार्मईजी की शुरुआत की थी। 2020 में एपीआई होल्डिंग्स बनाने के लिए सबसे बड़ी ऑफलाइन फार्मा डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों में से एक एसेंट हेल्थ के साथ फार्मईजी का विलय कर दिया गया। तब से धर्मिल शेठ, धवल शाह, एसेंट हेल्थ के को-फाउंडर्स हर्ष पारेख, हार्दिक देधिया और सिद्धार्थ शाह के साथ एपीआई होल्डिंग्स को चला रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि अब विलय के 4 साल से अधिक समय के बाद ज्यादातर को-फाउंडर कंपनी छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि को-फाउंडर सिद्धार्थ शाह कंपनी से जुड़े रहेंगे। एक सूत्र ने मनीकंट्रोल को बताया, "धर्मिल, धवल, हर्ष और हार्दिक का ट्रांजीशन तब से चल रहा है, जब फार्मईजी ने अप्रैल 2024 में अपनी आखिरी फंडिंग जुटाई थी। सिद्धार्थ कंपनी के साथ बने रहेंगे और सीईओ के तौर पर कंपनी का नेतृत्व करेंगे।"

PharmEasy में फाउंडर ग्रुप की कितनी हिस्सेदारी

प्राइवेट मार्केट्स डेटा प्रोवाइडर ट्रैक्सन के अनुसार, फाउंडर ग्रुप के पास फार्मईजी में कुल मिलाकर 2 प्रतिशत से कम हिस्सेदारी है। अभी यह पता नहीं चला है कि कंपनी छोड़कर जाने वाले 4 कोफा-उंडर कहां जा रहे हैं। 2023 में कंपनी ने गोल्डमैन सैक्स से 30 करोड़ डॉलर का कर्ज लेने के बाद कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों का उल्लंघन किया। तब से कंपनी को अपना कर्ज चुकाने में संघर्ष करना पड़ा, जिससे आगे की राह और भी कठिन हो गई।

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