हल्दीराम में 51% हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में टाटा कंज्यूमर, जानिए किन मुद्दों पर बिगड़ सकती है बात

स्नैक की दिग्गज भारतीय कंपनी हल्दीराम (Halidram) को टाटा ग्रुप (Tata Group) खरीदने के लिए कोशिशें कर रहा है। टाटा ग्रुप की कंज्यूमर इकाई टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products) हल्दीराम की कम से कम 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। हालांकि इसमें एक बड़ी अड़चन सामने आ रही है। जानिए यह अड़चन क्या है और टाटा हल्दीराम क्यों खरीदना चाहता है?

अपडेटेड Sep 06, 2023 पर 4:10 PM
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हल्दीराम की शुरुआत 1937 में एक छोटी सी दुकान से हुई है। यह अपने कुरकुरे "भुजिया" स्नैक के लिए प्रसिद्ध है जिसकी बिक्री गली-नुक्कड़ के दुकानों पर 10 रुपये के पैक में भी होती है।

स्नैक की दिग्गज भारतीय कंपनी हल्दीराम (Halidram) को टाटा ग्रुप (Tata Group) खरीदने के लिए कोशिशें कर रहा है। हालांकि सबसे बड़ी अड़चन इसमें हल्दीराम के वैल्यूएशन को लेकर आ रही है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है। जानकारी के मुताबिक टाटा ग्रुप की कंज्यूमर इकाई टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products) हल्दीराम की कम से कम 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। हल्दीराम इसके लिए 1 हजार करोड़ डॉलर का वैल्यूएशन लगा रही है जिससे टाटा ग्रुप सहमत नहीं है। हालांकि अगर यह डील हो जाती है तो टाटा ग्रुप की पेप्सी (Pepsi) और मुकेश अंबानी की रिलांयस रिटेल (Reliance Retail) से मार्केट में सीधे भिड़ंत होगी।

Tata Group के अलावा प्राइवेट इक्विटी फर्म से भी हो रही बातचीत

हल्दीराम और टाटा ग्रुप के बातचीत चल रही है लेकिन इसे हल्दीराम का वैल्यूएशन काफी महंगा लग रहा है। टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स इसमें कम से कम 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदना चाहती है। वहीं हल्दीराम की बात करें तो यह अपनी 10 फीसदी की बिक्री के लिए बेन कैपिटल समेत कुछ प्राइवेट इक्विटी फर्म से बातचीत कर रही है। इस मामले में टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के प्रवक्ता ने यह कहते हुए प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया कि बाजार के अनुमानों पर कंपनी जवाब नहीं देती है। वहीं हल्दीराम के सीईओ Krishan Kumar Chutani और प्राइवेट इक्विटी फर्म बेन कैपिटल ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।


Haldiram में क्यों है टाटा की दिलचस्पी

टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स मुख्य रूप से चाय कंपनी है। टाटा कंज्यूमर प्रोक्ट्स का ब्रिटिश चाय कंपनी टेटले (Tetley) पर मालिकाना हक है और भारत में स्टारबक्स Starbucks) के साथ इसकी साझेदारी है। वहीं हल्दीराम कंज्यूमर सेगमेंट की बड़ी कंपनी है और इसका मार्केट शेयर काफी तगड़ा है। ऐसे में हल्दीराम पर टाटा का नियंत्रण होता है तो यह इसके लिए काफी बड़ा मौका होगा।

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हल्दीराम की शुरुआत 1937 में एक छोटी सी दुकान से हुई है। यह अपने कुरकुरे "भुजिया" स्नैक के लिए प्रसिद्ध है जिसकी बिक्री गली-नुक्कड़ के दुकानों पर 10 रुपये के पैक में भी होती है। यूरोमॉनिटर इंटरनेशनल के मुताबिक भारत में नमकीन स्नैक मार्केट करीब 620 करोड़ डॉलर का है और इसमें हल्दीराम की लगभग 13% हिस्सेदारी है। लेज (Lays) चिप्स के लिए मशहूर पेप्सी की भी लगभग 13% हिस्सेदारी है। हल्दीराम के स्नैक्स की बिक्री देश के बाहर सिंगापुर और अमेरिका में भी होती है। स्थानीय भोजन, मिठाईयां और वेस्टर्न कुजिन बेचने वाले इसके लगभग 150 रेस्तरां हैं।

 

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First Published: Sep 06, 2023 3:39 PM

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