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Nischal Shetty ने कहा, यह साबित करने के लिए हमारे पास लीगल डॉक्युमेंट हैं कि Binance की है WazirX

निश्चल शेट्टी ने कहा कि वजीरएक्स को चलाने वाली इंडियन कंपनी Zanmai Labs का मालिकाना हक उनके और दूसरे को-फाउंडर्स के पास है। रुपया में ट्रांजेक्शन को प्रोसेस करने के लिए उन्होंने Binance से लाइसेंस लिया है। बतौर एक प्रोडक्ट और ब्रांड WazirX का मालिकाना हक बिनांस के पास है। उसने 2019 में इसका अधिग्रहण किया था

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 08, 2022 पर 8:41 PM
Nischal Shetty ने कहा, यह साबित करने के लिए हमारे पास लीगल डॉक्युमेंट हैं कि Binance की है WazirX
निश्चल शेट्टी (Nischal Setty) इंडिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज WazirX के फाउंडर हैं।

WazirX का मालिकाना हक किसके पास है, यह गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही। अमेरिकी क्रिप्टो एक्सचेंज Binance कह चुका है कि उसने कभी WazirX को नहीं खरीदा था। अब WazirX के फाउंडर निश्चल शेट्टी (Nischal Setty) ने इसका जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि उनके पास यह साबित करने के लिए लीगल डॉक्युमेंट्स हैं कि WazirX के प्लेटफॉर्म पर सभी क्रिप्टो-टू-क्रिप्टो ट्रेंडिंग और क्रिप्टो डिपॉजिट और विड्रॉल पर Binance का कंट्रोल है।

शेट्टी ने मनीकंट्रोल से इस बारे में विस्तार से बातचीत की। उन्होंने कहा कि वजीरएक्स को चलाने वाली इंडियन कंपनी Zanmai Labs का मालिकाना हक उनके और दूसरे को-फाउंडर्स के पास है। रुपया में ट्रांजेक्शन को प्रोसेस करने के लिए उन्होंने Binance से लाइसेंस लिया है। बतौर एक प्रोडक्ट और ब्रांड WazirX का मालिकाना हक बिनांस के पास है। उसने 2019 में इसका अधिग्रहण किया था।

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शेट्टी ने कहा कि जब यह अधिग्रहण हुआ था तब बैंकिंग सेवाएं पर प्रतिबंध लगा था। बैन हटने के बाद WazirX के रुपया के डिपॉजिट और विड्रॉल के लिए एक इंडियन कंपनी की जरूरत थी। उन्होंने (शेट्टी) बताया कि तब उन्होंने (Binance) कहा कि हमारी जो कंपनी है हम उसका इस्तेमाल कर सकते हैं और रुपया के डिपॉजिट और विड्रॉल की प्रोसेसिंग के लिए उनसे (Binance) लाइसेंस ले सकते हैं।

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