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पंजाब में भयंकर बाढ़ से घटेगा बासमती चावल का उत्पादन, फिर भी निर्यातकों को मिल सकती है अच्छी कीमत!

Punjab Floods: बाढ़ और भारी बारिश से करीब 6 लाख एकड़ की फसल को नुकसान पहुंचा है। इसमें बासमती और गैर-बासमती चावल के साथ-साथ कपास की फसल भी शामिल है। सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में गुरदासपुर, पठानकोट, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर हैं। ये आठ जिले मिलकर राज्य के बासमती चावल उत्पादन क्षेत्र का 52% से अधिक हिस्सा है

Curated By: Abhishek Guptaअपडेटेड Sep 03, 2025 पर 5:00 PM
पंजाब में भयंकर बाढ़ से घटेगा बासमती चावल का उत्पादन, फिर भी निर्यातकों को मिल सकती है अच्छी कीमत!
शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब में बाढ़ की वजह से अकेले करीब 1.5 लाख एकड़ बासमती की फसल प्रभावित हुई है

Basmati Rice: पंजाब में लगातार हो रही भारी बारिश और बाढ़ के कारण इस साल बासमती चावल की पैदावार में 20-25 फीसदी तक की कमी का अनुमान है। इससे वैश्विक बाजार में बासमती की आपूर्ति सीमित हो जाएगी, जिससे उसके प्राइस में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। प्राइस अगर बढ़ता है, तो निर्यातकों की कमाई में भी इजाफा देखने को मिल सकता हैं। बता दें कि फिलहाल भारत के बासमती चावल के एक्सपोर्ट में पंजाब की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी है।

पंजाब राइस मिलर्स एंड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के निदेशक अशोक सेठी ने बताया कि, 'प्रदेश में अभी बारिश लगातार हो रही है। ऐसे में फसलों, घरों और मवेशियों को हुए नुकसान का सही अंदाजा लगाना मुश्किल है।' इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, पंजाब में बाढ़ की वजह से अकेले करीब 1.5 लाख एकड़ बासमती की फसल प्रभावित हुई है।

ये इलाके है सबसे ज्यादा प्रभावित

पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां ने बताया कि बाढ़ और भारी बारिश से राज्य में लगभग 6 लाख एकड़ की फसल को नुकसान पहुंचा है। इसमें बासमती और गैर-बासमती चावल के साथ-साथ कपास की फसल भी शामिल है। सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में गुरदासपुर, पठानकोट, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर शामिल हैं। ये आठ जिले मिलकर राज्य के बासमती चावल उत्पादन क्षेत्र का 52% से अधिक हिस्सा है।

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