Basmati Rice: पंजाब में लगातार हो रही भारी बारिश और बाढ़ के कारण इस साल बासमती चावल की पैदावार में 20-25 फीसदी तक की कमी का अनुमान है। इससे वैश्विक बाजार में बासमती की आपूर्ति सीमित हो जाएगी, जिससे उसके प्राइस में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। प्राइस अगर बढ़ता है, तो निर्यातकों की कमाई में भी इजाफा देखने को मिल सकता हैं। बता दें कि फिलहाल भारत के बासमती चावल के एक्सपोर्ट में पंजाब की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी है।