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Silver Import: चांदी के इंपोर्ट पॉलिसी में सरकार ने किया बदलाव, क्या अब घटेगी चांदी की चमक, जानें क्या जानकार की राय

Silver Import: केंद्र सरकार ने ज्वेलरी इंपोर्ट पर पॉलिसी में बदलाव किया। केंद्र सरकार ने प्लेन सिल्वर ज्वेलरी के आयात पर 31 मार्च 2026 तक प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि ITC(HS) 2022 के तहत पॉलिसी बदली है

Edited By: Sujata Yadavअपडेटेड Sep 25, 2025 पर 1:37 PM
Silver Import: चांदी के इंपोर्ट पॉलिसी में सरकार ने किया बदलाव, क्या अब घटेगी चांदी की चमक, जानें क्या जानकार की राय
Silver Import:केंद्र सरकार ने ज्वेलरी इंपोर्ट पर पॉलिसी में बदलाव किया। केंद्र सरकार ने प्लेन सिल्वर ज्वेलरी के आयात पर 31 मार्च 2026 तक प्रतिबंध लगा दिया है

Silver Import: केंद्र सरकार ने ज्वेलरी इंपोर्ट पॉलिसी में बदलाव किया। केंद्र सरकार ने प्लेन सिल्वर ज्वेलरी के आयात पर 31 मार्च 2026 तक प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि ITC(HS) 2022 के तहत पॉलिसी बदली है। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा कि अब तक इस श्रेणी का आयात “फ्री” था, लेकिन अब इसे “रिस्ट्रिक्टेड” कर दिया गया है यानी अब ऐसे सामान को भारत में लाने के लिए सरकार से लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा।

सरकार का यह फैसला बिना जड़ाऊ, दूसरे गहनों पर पॉलिसी लागू होगा। खास HS कोड के गहनों के लिए बदलाव किए। पॉलिसी में बदलाव तत्काल प्रभाव से लागू होगा।

दरअसल, पिछले कुछ महीनों में प्लेन सिल्वर ज्वेलरी के नाम पर बड़े पैमाने पर आयात बढ़ा है। जांच में पाया गया कि कई देशों से फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) का फायदा उठाकर टैक्स बचाने के लिए तैयार या डिजाइन वाली ज्वेलरी को “प्लेन” कैटेगरी बताकर भारत में लाया जा रहा था। इससे घरेलू उद्योग को नुकसान पहुंच रहा था।

सरकार के इस फैसले का 925 चांदी की ज्वेलरी इंपोर्ट पर असर संभव है। थाईलैंड से इंपोर्ट पर सबसे ज्यादा असर संभव है। ASEAN FTA के तहत इंपोर्ट हो रहा था। चांदी के फैशन ज्वेलरी इंपोर्टर्स पर असर संभव है। अब DGFT से पहले लाइसेंस लेना जरूरी होगा।

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