अडानी पोर्ट्स (Adani Ports) को आंध्र प्रदेश के गंगावरम बंदरगाह (Gangavaram Port) के अधिग्रहण की मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार 10 अक्टूबर को जारी एक बयान में यह जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की अहमदाबाद बेंच ने विशाखापत्तनम के गंगावरम पोर्ट और अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) और अडानी गंगावरम पोर्ट के बीच अरेंजमेंट की कंपोजिट स्कीम को मंजूरी दे दी है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसे NCLT की अहमदाबाद और हैदराबाद बेंच से अरेंजमेंट की कंपोजिट स्कीम के जरिए गंगावरम पोर्ट लिमिटेड (GPLL) में बाकी 58.1 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने की मंजूरी मिली है। इस हिस्सेदारी की खरीद के साथ ही गंगावरम पोर्ट लिमिटेड (GPLL) अब APSEZ की 100 प्रतिशत सब्सिडियरी कंपनी बन जाएगी।
जीपीएल की अधिग्रहण लागत करीब 6,200 करोड़ रुपये (120 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 51.7 करोड़ शेयर) बैठती है और इस हिस्सेदारी को शेयर स्वैप अरेजमेंट के जरिए खरीदा जा रहा है। GPL, आंध्र प्रदेश के उत्तरी भाग में विशाखापत्तन बंदरगाह के बगल में स्थित है।
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) के जरिए गंगावरम पोर्ट्स के अधिग्रहण से, अडानी ग्रुप को देश भर में अपनी कार्गो-उपस्थिति को मजबूती से बढ़ाने में मदद मिलेगी।
यह आंध्र प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा गैर-प्रमुख बंदरगाह है। आंध्र प्रदेश से रियायत में यहां 64 मीट्रिक टन क्षमता स्थापित की गई है, जो 2059 तक वैध है। इसके अलावा गावरम पोर्ट्स एक सदाबहार, गहरे पानी वाला बहुउद्देशीय बंदरगाह है जो 2,00,000 DWT तक के पूरी तरह से लदे जहाजों को संभालने में सक्षम है।
अडानी पोर्ट्स ने कहा कि वित्त वर्ष 2022 में गंगावरम पोर्ट्स ने करीब 3 करोड़ मीट्रिक टन के कार्गो वॉल्यूम को हैंडल किया। साथ ही इस दौरान इसका रेवेन्यू 1,206 करोड़ रुपये और ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) 796 करोड़ रुपये रहा। इसके चलते कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन 66 प्रतिशत हो गया। GPL एक कर्ज मुक्त कंपनी है जिसके पास मार्च 2022 के अंत तक 1,293 करोड़ रुपये का कैश बैलेंस है।
इस बीच अडानी पोर्ट्स के शेयर सोमवार को एनएसई पर 0.84% फीसदी गिरकर 810.00 रुपये के भाव पर बंद हुए। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में करीब 13.69 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि साल 2022 की शुरुआत से अब तक इसमें करीब 10 फीसदी की तेजी आई है।