Adani Wilmar : गौतम अडानी (Gautam Adani) की ओनरशिप वाली अडानी विलमर स्थानीय और ओवरसीज एक्विजिशन के लिए कंपनियों की तलाश कर रही है। दरअसल, रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. (Reliance Industries) ने कुछ हफ्ते पहले ही अपना कंज्यूमर गुड्स बिजनेस लॉन्च करने की योजना का ऐलान किया था। इसके बाद एशिया के सबसे अमीर शख्स अडानी ने अपने फूड बिजनेस को मजबूती देने के लिए कोशिशें शुरू कर दी हैं। गुरुवार, 15 सितंबर को अडानी विलमर के शेयर में तेजी बनी हुई है। पूर्वाह्न 11.45 पर शेयर 1.64 फीसदी की मजबूती के साथ 720 रुपये से ऊपर कारोबार कर रहा है।
मार्च तक दो एक्विजिशन की योजना
अडानी विलमर के सीईओ और एमडी अंग्शू मलिक ने एक इंटरव्यू में कहा, “हम अपनी कंज्यूमर गुड्स ऑफरिंग और पहुंच को मजबूत बनाने के लिए स्टेपल फूड और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों में ब्रांड्स खरीदने पर विचार कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, हम मार्च तक दो एक्विजिशन कर सकते हैं।
कैसे होगी फंड की व्यवस्था
मलिक ने कहा कि कंपनी ने आईपीओ से मिले फंड में से 500 करोड़ रुपये एक्विजिशन के लिए रखे हैं। उन्होंने कहा, अतिरिक्त फंडिंग की व्यवस्था आंतरिक स्रोतों से की जाएगी और अप्रैल से शुरू हो रहे अगले साल में 30 अरब रुपये खर्च करने की योजना है। फरवरी में आईपीओ की लॉन्चिंग के बाद से फूड कंपनी का शेयर लगभग तीन गुना हो चुका है।
400 अरब डॉलर की है फूड प्रोडक्शन इंडस्ट्री
Adani Group और अरबपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की Reliance Industries भारत की फूड प्रोडक्शन इंडस्ट्री में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने की कोशिशें कर रही हैं। यूएन के फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, भारत की फूड प्रोडक्शन इंडस्ट्री 400 अरब डॉलर की है।
बीते साल खरीदीं 32 कंपनियां
अडानी विलमर ने हाल में McCormick Switzerland से कोहिनूर कुकिंग ब्रांड खरीदा है। हालांकि, इस डील में दी गई रकम का खुलासा नहीं हुआ है। इस एक्विजिशन से Adani Wilmar को भारत में कोहिनूर बासमती चावल और रेडी टू कुक, रेडी टू ईट करीज और मील्स के विशेष राइट मिल गए हैं। Adani Group ने बीते साल 17 अरब डॉलर में लगभग 32 कंपनियां खरीदी हैं, जो उसके कोर कोयला और इन्फ्रास्ट्रक्चर से संबंधित बिजनेस से अलग हैं।