कैंसर (Cancer) एक जानलेवा बीमारी है। हलांकि इसका इलाज संभव है लेकिन फिर भी हर लाखों लोगों की मौत कैंसर के वजह से होती है। कैंसर 100 से अधिक रोगों का समूह है। यह शरीर में लगभग कहीं भी विकसित हो सकता है। इस बीच हमारे घर में कई ऐसी चीजें हैं। जिनसे कैंसर का खतरा बना रहता है। इनमें से कुछ काफी कॉमन हैं। जिनका इस्तेमाल हम धड़ल्ले से कर सकते हैं। किचन में ही उपयोग में आने वाली कई चीजें हमारी सेहत को बुरी तरह प्रभावित करती हैं। इनसे हानिकारक और कैंसर जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
कई रिसर्च में भी पता चला है कि घर और किचन में कुछ ऐसे सामान होते हैं। जिनसे कैंसर का खतरा बना रहता है। इसमें रिफाइंड ऑयल, नॉन स्टिक बर्तन, प्लास्टिक बोतलें जैसी कई चीजें शामिल हैं। ये कैंसर को बढ़ावा देती हैं। इनसे हमेशा कैंसर का खतरा बना रहता है। लिहाजा अगर आपके घर में भी ये सामान इस्तेमाल हो रहे हैं तो फौरन हटा देना चाहिए।
रिफाइंड ऑयल से कैंसर का खतरा
दरअसल, रिफाइंड तेल में कई बार प्रोसेसिंग के दौरान ऐसे केमिकल मिलाए जाते हैं। जिससे सेहत बिगड़ सकती है। ज्यादा तेल वाला खाना खाने से शरीर में सूजन बढ़ सकती है। इससे कैंसर का खतरा रहता है। लिहाजा रिफाइंड तेल के बजाय देसी घी, सरसों या नारियल तेल का इस्तेमाल बेहतर माना जाता है।
कई रिसर्च में भी ये बात साबित हो चुकी है कि नॉन-स्टिक बर्तन (non-stick utensils) का इस्तेमाल कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। नॉन-स्टिक बर्तन में नीचे जिस चीज से कोटिंग की जाती है। वो कैंसर को बढ़ाने वाला होता है। जब यह पिघलता है तो कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है।
जिस प्लास्टिक की बोतल में आप पानी पी रहे हैं या प्लास्टिक कंटेनर का यूज कर रहे हैं। उससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। प्लास्टिक में कार्सिनोजेन तत्व पाए जाते हैं लेकिन अगर इनका रेगुलर तौर पर इस्तेमाल होता है तो खतरनाक बीमारियां फैल सकती हैं। बता दें कि प्लास्टिक के बर्तन से केमिकल रिसते रहते हैं, जो कैंसर का कारण बन सकते हैं।
एल्यूमिनियम फॉइल पेपर और प्लास्टिक
प्लास्टिक के कंटेनर या एल्युमिनियम फॉइल में खाना गर्म करना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। प्लास्टिक को माइक्रोवेव में गर्म करने से डायोक्सीन नाम का केमिकल्स रिलीज होता है। यह कैंसर की वजह बन सकता है। एल्युमिनियम फॉइल का ज्यादा इस्तेमाल शरीर में एल्युमिनियम की मात्रा को बढ़ा सकता है। जिससे नर्वस सिस्टम प्रभावित हो सकता है। लिहाजा कोशिश करें कि माइक्रोवेव में कांच या सेरेमिक के बर्तनों का ही यूज करें।
सुगंधित मोमबत्तियों का धुआं
घर में खुशबू फैलाने के लिए कई सारे लोग कई तरह के अलग अलग फ्लेवर के कुछ मोमबत्तियों का इस्तेमाल करते हैं। सुगंधित मोमबत्तियों में कई बार ऐसे केमिकल होते हैं, जो जलने के बाद जहरीले तत्व हवा में छोड़ते हैं। यह फेफड़ों के लिए हानिकारक हो सकता है। वहीं लंबे समय तक इनके संपर्क में रहने से कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है। अगर आप खुशबू के लिए कुछ इस्तेमाल करना चाहते हैं तो नेचुरल अगरबत्ती या एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए।
डिस्क्लेमर - यहां बताए गए सुझाव संतुलित आहार का हिस्सा हैं जो लोगों के लिए अलग-अलग हो सकते हैं। इसलिए किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स से सलाह लेने के बाद ही आजमाएं।