Cardiac Arrest: एक सेकंड की देरी बन सकती है मौत की वजह! जानें कार्डियक अरेस्ट के 8 खतरनाक लक्षण
Cardiac Arrest: सडन कार्डियक अरेस्ट एक खतरनाक स्थिति है, जो अगर समय पर न संभाली जाए तो जानलेवा साबित हो सकती है। हालांकि, इसके कुछ शुरुआती संकेत ऐसे होते हैं जिन्हें पहचान कर तुरंत इलाज शुरू किया जा सकता है। ये लक्षण समय रहते समझ लिए जाएं तो व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है
Cardiac Arrest: SCA अधिकतर दिल की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी में गड़बड़ी के कारण होता है।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, बढ़ता तनाव और असंतुलित जीवनशैली युवाओं की सेहत पर बुरा असर डाल रही है। खासकर दिल से जुड़ी बीमारियां अब सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रह गई हैं, बल्कि युवा भी इसकी चपेट में तेजी से आ रहे हैं। इन्हीं में सबसे खतरनाक है सडन कार्डियक अरेस्ट (Sudden Cardiac Arrest - SCA), जो बिना किसी चेतावनी के अचानक होता है और कुछ ही मिनटों में जान ले सकता है। ये स्थिति तब आती है जब दिल की धड़कनें अचानक अनियमित हो जाती हैं और दिल खून पंप करना बंद कर देता है। हाल ही में अभिनेत्री शेफाली जरीवाला की अचानक हुई मौत ने फिर से इस गंभीर समस्या को सुर्खियों में ला दिया है।
युवाओं में अचानक गिरकर बेहोश हो जाने या बिना पूर्व संकेत मौत के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जो कि बेहद चिंताजनक है। समय रहते इसके लक्षणों और बचाव के उपायों को जानना बेहद जरूरी है।
हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में फर्क जानें
कई लोग हार्ट अटैक और सडन कार्डियक अरेस्ट को एक ही समझते हैं, जबकि दोनों अलग हैं:
हार्ट अटैक (Heart Attack) में दिल की किसी नस में ब्लॉकेज आ जाता है जिससे खून का बहाव रुक जाता है।
सडन कार्डियक अरेस्ट (SCA) में दिल की धड़कन अचानक बंद हो जाती है, और शरीर में खून का संचार रुक जाता है।
ये ज्यादा तेज और जानलेवा स्थिति है क्योंकि इसमें मिनटों में मौत हो सकती है।
कैसे पहचाने कार्डियक अरेस्ट के लक्षण?
सडन कार्डियक अरेस्ट के लक्षण अचानक और स्पष्ट होते हैं। इनमें शामिल हैं:
अचानक गिर पड़ना – बिना चेतावनी के व्यक्ति गिर जाता है।
नब्ज महसूस न होना – दिल खून पंप करना बंद कर देता है, जिससे नब्ज रुक जाती है।
सांस का रुकना या अनियमित होना – मरीज की सांस अचानक थम जाती है।
बेहोशी या प्रतिक्रिया न देना – व्यक्ति बोलना या हिलना बंद कर देता है।
सीने में दर्द या दबाव – कुछ मामलों में दिल भारी लग सकता है।
तेज या अनियमित धड़कन – धड़कनें बहुत तेज या अजीब हो सकती हैं।
थकावट या चक्कर आना – अचानक कमजोरी या सिर घूमने जैसा महसूस होता है।
किन कारणों से होता है सडन कार्डियक अरेस्ट?
SCA अधिकतर दिल की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी में गड़बड़ी के कारण होता है। इसके संभावित कारण हैं:
कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD)
पहले हार्ट अटैक की हिस्ट्री
दिल की मांसपेशियों की बीमारी (Cardiomyopathy)
जन्मजात हृदय रोग (Congenital Heart Defects)
नशा या ज्यादा शराब का सेवन
इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन – जैसे पोटैशियम या मैग्नीशियम की कमी
तेज भावनात्मक तनाव या अत्यधिक शारीरिक exertion
किसी को कार्डियक अरेस्ट हो जाए तो क्या करें?
समय पर प्रतिक्रिया देना ज़िंदगी और मौत के बीच का फर्क बन सकता है:
CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) तुरंत शुरू करें – इससे मस्तिष्क तक ऑक्सीजन पहुंचती रहती है।
एम्बुलेंस बुलाएं – देर न करें, हर सेकंड कीमती है।
AED (Automated External Defibrillator) अगर कहीं उपलब्ध हो तो उसका प्रयोग करें ये दिल की धड़कन दोबारा शुरू कर सकता है।
कैसे करें इससे बचाव
सडन कार्डियक अरेस्ट का खतरा कम किया जा सकता है अगर हम कुछ बातों का ध्यान रखें:
सालाना हेल्थ चेकअप जरूर कराएं, खासकर ECG और इको-कार्डियोग्राफी।
तनाव कम करें – मेडिटेशन, योग, और पर्याप्त नींद लें।
धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं।
व्यायाम करें लेकिन डॉक्टर की सलाह से, खासकर अगर कोई दिल की बीमारी पहले रही हो।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।