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Hanuman Phal: कांटेदार हनुमान फल है महिलाओं के लिए वरदान, कैंसर-डायबिटीज समेत कई बीमारियों का होगा नाश

Hanuman Phal: क्या आपने कभी हनुमान फल या लक्ष्मण फल के बारे में सुना है? एक्सपर्ट बताते हैं कि ये फल कई बीमारियों को रोकने में मदद कर सकता है। इससे कैंसर जैसी बीमारियां भी दूर भागने लगती हैं। इस फल के सेवन से पाचन शक्ति में इजाफा होता है। इसके साथ ही यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 09, 2025 पर 2:47 PM
Hanuman Phal: कांटेदार हनुमान फल है महिलाओं के लिए वरदान, कैंसर-डायबिटीज समेत कई बीमारियों का होगा नाश
Hanuman Phal: लक्ष्मण फल को हनुमान फल भी कहते हैं। इसका टेस्ट अनानास और स्ट्रॉबेरी जैसा लगता है।

दुनिया भर में फलों के ऐसी-ऐसी किस्में पाई जाती हैं। जिनके बारे में शायद ही कोई जानता होगा। सेब, अमरूद, केला, अनार आदि के बारे में तो ज्यादातर लोग जानते हैं। लेकिन क्या आपने कभी हनुमान फल या लक्ष्मण फल के बारे में सुना है? अगर नहीं सुना तो आज हम आपको इस फल के गुणों के बारे में बताएंगे। ताकि आप इसे अपने रूटीन में शामिल कर सकें। सबसे पहले बता दें कि हनुमान फल को ही लक्ष्मण फल कहा जाता है। इस फल को अंग्रेजी में ग्रेविओला (Graviola) कहते हैं। इस पौधे के फल, फूल, पत्ते, जड़ सभी का इस्तेमाल किया जाता है।

हनुमान फल का टेस्ट अनानास और स्ट्रॉबेरी जैसा लगता है। इसे खाने के बाद ऐसा महसूस होता है कि हम स्ट्रॉबेरी और अनानास इन दोनों ही फलों को एक साथ खा रहे हैं। दिखने में ये अनानास की तरह लगता है जिसमें अंदर मलाईदार गूदा और काले बीज होते हैं। टेस्टी होने के साथ-साथ हनुमान फल में स्वास्थ्य को फायदे पहुंचाने वाले कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।

हनुमान फल है पोषक तत्वों का भंडार

100 ग्राम हनुमान फल में 81.16 ग्राम पानी और एनर्जी की 276 के.जे. मात्रा पाई जाती है। इसके साथ ही इसमें 1 ग्राम प्रोटीन, 3.3 ग्राम खाने वाला फाइबर, 14 मिलीग्राम कैल्शियम, 0.6 मिलीग्राम आयरन, 21 मिलीग्राम मैग्नीशियम, 278 मिलीग्राम पोटेशियम, 27 मिलीग्राम फॉस्फोरस, 0.1 मिलीग्राम जिंक, 20.6 मिलीग्राम विटामिन सी और 14 एमसीजी फोलेट होता है। एक स्टडी के मुताब‍िक, हनुमान फल के पौधे में लगभग 212 फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जिनमें एल्कलॉइड, मेगास्टिगमन, फ्लेवोनोल ट्राइग्लोसाइड्स, फिनोलिक्स, साइक्लोपेप्टाइड्स और आवश्यक तेल शामिल हैं। साथ ही वे एंटीकैंसर, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-ऑर्थ्रेटिक, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीकॉन्वल्सेंट, हेपेटोप्रोटेक्टिव और एंटीडायबिटिक मैकेनिज्म के लिए भी फायदेमंद हैं।

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