आज की भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में लोग फिटनेस और हेल्थ को लेकर पहले से ज्यादा जागरूक हो रहे हैं। हर कोई चाहता है कि बीमारियां पास न फटकें और अगर कोई समस्या हो भी जाए तो उसका इलाज प्राकृतिक तरीके से हो। ऐसे में औषधीय पौधे और जड़ी-बूटियां लोगों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। इन्हीं में से एक है गुड़हल का फूल, जो अपनी खूबसूरती के लिए तो जाना ही जाता है, लेकिन इसके भीतर सेहत के भी कई राज छुपे हैं। लाल, गुलाबी, सफेद और नारंगी रंगों में खिला गुड़हल न केवल घर की शोभा बढ़ाता है बल्कि डायबिटीज, बढ़ते कोलेस्ट्रॉल और वजन जैसी समस्याओं को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।
बदलती दिनचर्या, अनियमित खानपान और तनाव भरी जिंदगी में गुड़हल का यह फूल आपके स्वास्थ्य के लिए एक नेचुरल और असरदार साथी साबित हो सकता है।
शुगर लेवल कंट्रोल करने में मददगार
भागदौड़ और खराब खानपान की वजह से डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में रोज सुबह खाली पेट गुड़हल की कुछ कलियों को चबाना शुगर कंट्रोल में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट शरीर में इंसुलिन का असर बढ़ाते हैं। गुड़हल की चाय पीना भी ब्लड शुगर को काबू में रखता है।
हाई ब्लड प्रेशर को कहें बाय-बाय
अगर हाई बीपी की समस्या है तो गुड़हल की चाय फायदेमंद साबित हो सकती है। इसके पौष्टिक तत्व रक्त धमनियों को आराम देते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है।
वजन घटाने में असरदार साथी
गुड़हल के फूल में फाइबर होता है, जो पाचन को मजबूत बनाता है और पेट ज्यादा देर तक भरा रखता है। इससे भूख बार-बार नहीं लगती और वजन कम करने में आसानी होती है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से दिल की बीमारियां भी बढ़ जाती हैं। रिसर्च बताती है कि गुड़हल का नियमित सेवन खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाता है और दिल को हेल्दी बनाए रखता है।
कैंसर से भी लड़ने में मददगार
गुड़हल के फूल में कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो शरीर में कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने में सहायक हैं। ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में यह कीमोथैरेपी के असर को बेहतर बना सकता है।
गुड़हल के फूलों को सुखाकर पाउडर बना लें और रोज थोड़ा सा सेवन करें। इसके अलावा, गुड़हल की चाय पिएं या ताजे फूल की कलियां चबा लें। इससे शरीर को भरपूर फायदा मिलेगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।