लौकी के बीजों का आयुर्वेद में बड़ा महत्व है। लौकी के बीजों का स्वाद थोड़ा अलग होता है। लेकिन उनके बीजों में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है। यह बीज डायबिटीज के मरीज के लिए रामबाण है। लौकी के बीजों का प्रयोग पाचन क्रिया को ठीक करने में भी किया जाता है। लौकी के बीजों में विटामिन C, आयरन, मैग्नीशियम, फाइबर, मैंग्नीज, जिंक, थायमिन, राइबोफ्लेविन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके साथ ही इनमें कैलोरी, सैचुरेटेड फैट की मात्रा बहुत ही कम होती है। जितनी इसकी सब्जी फायदेमंद है। उतनी ही लौकी के बीज सेहत के लिए फायदेमंद माने गए हैं।
लौकी के बीजों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, इसलिए वे ब्लड में शुगर लेवल को कम करता है। ये बीज मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो ग्लूकोज मेटाबोलिज्म को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
लौकी के बीज में फाइबर, जिंक, विटामिन B, कैल्शियम, मैग्निशियम, एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है। इसके सेवन से इम्यूनिटी बढ़ती है, मेटाबॉलिज्म, पाचन तंत्र अच्छा रहता है, कब्ज की शिकायत नहीं रहती और भूख को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। लौकी का जूस, सूप या सब्जी नियमित रूप से खाने से वजन कम होता है। लौकी के बीज खाने से दिल दुरुस्त रहता है, हड्डियां मजबूत बनती हैं, ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है, शुगर लेवल बढ़ता नहीं। लौकी के बीज में मौजूद विटामिन E और कैराटीन स्किन और बालों के लिए भी फायदेमंद हैं। लौकी के बीज खाने से स्किन पर जल्दी झुर्रियां नहीं पड़तीं। स्किन का ग्लो बढ़ने के साथ साथ बाल काले, घने, लंबे बनते हैं।
ऐसे करें लौकी के बीजों का इस्तेमाल
अगर लौकी बहुत ज्यादा पक गई है, जिसकी सब्जी बनाना संभव नहीं है तो उसके बीज निकाल लें। इस बीजों को धोकर धूप में अच्छे से सुखा लें। आप चाहें तो इनका पाउडर बना लें या फिर ऐसे साबुत भी इस्तेमाल कर सकते हैं। लौकी के बीजों को रायते में डाल सकते हैं या फिर चटनी में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। नाश्ते में अगर आप दलिया, ओट्स या मिलेट्स खाते हैं, तो उनमें लौकी के बीजों का पाउडर मिक्स कर सकते हैं। घर में बनाई जाने वाले कुकीज, मफिन, सैंडविच में भी आप इसे साबुत या पाउडर के रूप में डाल सकते हैं।