Uric Acid: जोड़ों का दर्द छूमंतर! यूरिक एसिड घटाएगी ये हरी चटनी, जानिए कैसे
Uric Acid: आजकल यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या आम हो गई है। इससे जोड़ों में दर्द और चलने-फिरने में परेशानी होती है। लेकिन आयुर्वेद में इसका आसान इलाज है—धनिया और पुदीना की चटनी, जो स्वाद में भी बढ़िया है और सेहत के लिए भी फायदेमंद
Uric Acid: यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में सिर्फ दवाएं नहीं, एक अच्छा पाचन तंत्र भी जरूरी है।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और गलत खानपान की वजह से कई तरह की बीमारियां होने लगी हैं। इन्हीं में से एक है यूरिक एसिड का बढ़ना। जब शरीर में यूरिक एसिड ज्यादा हो जाता है, तो जोड़ों में दर्द, सूजन और चलने-फिरने में दिक्कत होने लगती है। कई बार इसका असर किडनी पर भी पड़ता है। लोग अक्सर दवाएं लेकर इसका इलाज करते हैं, लेकिन दवाओं से हमेशा फायदा नहीं होता और कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। ऐसे में एक आसान और घरेलू उपाय आपकी मदद कर सकता है धनिया और पुदीना की ताजा चटनी।
ये सिर्फ खाने का स्वाद नहीं बढ़ाती, बल्कि शरीर से टॉक्सिन्स निकालकर यूरिक एसिड को भी कम करने में मदद करती है। आयुर्वेद में इसे एक असरदार नुस्खा माना गया है।
धनिया और पुदीना की चटनी
धनिया और पुदीना, दोनों ही हमारे किचन में आसानी से मिलने वाले पौधे हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि ये दोनों ही प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं। इनकी चटनी रोज खाई जाए, तो शरीर में जमा अतिरिक्त यूरिक एसिड को धीरे-धीरे कम किया जा सकता है। इससे न सिर्फ शरीर हल्का महसूस करता है, बल्कि सूजन और दर्द से भी राहत मिलती है।
विटामिन C और डिटॉक्स का कॉम्बिनेशन
धनिया और पुदीना में भरपूर मात्रा में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर में जमा टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इससे यूरिक एसिड शरीर में स्टोर नहीं हो पाता और उसका स्तर धीरे-धीरे सामान्य होने लगता है। एक गिलास पानी के साथ रोजाना ये चटनी खाना, आपके शरीर को अंदर से साफ करने जैसा असर करता है।
पाचन तंत्र
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में सिर्फ दवाएं नहीं, एक अच्छा पाचन तंत्र भी जरूरी है। धनिया का फाइबर और पुदीना के पाचनवर्धक तत्व गैस, सूजन और कब्ज जैसी परेशानियों को दूर करते हैं। जब पेट साफ रहेगा, तो शरीर से यूरिक एसिड का बाहर निकलना भी आसान हो जाता है।
सूजन और जोड़ों के दर्द से मिलेगी राहत
जब यूरिक एसिड का स्तर बढ़ता है, तो शरीर के छोटे-छोटे जोड़ों में सूजन और दर्द होने लगता है। लेकिन धनिया और पुदीना के नेचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इस सूजन को कम करने में बेहद मददगार होते हैं। इसका नियमित सेवन जोड़ों की अकड़न को दूर कर, मूवमेंट आसान बनाता है।
किडनी को भी मिलती है सुरक्षा
यूरिक एसिड बढ़ने पर उसका सीधा असर किडनी पर पड़ता है। किडनी में क्रिस्टल जमने लगते हैं, जिससे स्टोन बनने का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन धनिया-पुदीना की यह चटनी किडनी को डिटॉक्स करती है और उसे हेल्दी बनाए रखने में मदद करती है।
कैसे बनाएं ये हेल्दी और टेस्टी चटनी?
इसे बनाना बेहद आसान है। ताजे धनिया और पुदीना के पत्ते लें, हरी मिर्च, अदरक, लहसुन और स्वादानुसार नमक मिलाएं। चाहें तो थोड़ा नींबू का रस या अमचूर भी डाल सकते हैं। सभी सामग्री को मिक्सर में पीस लें। अगर जरूरत लगे तो थोड़ा पानी मिलाकर कंसिस्टेंसी एडजस्ट करें। अब ये चटनी खाने के साथ परोसें और रोज की डाइट का हिस्सा बनाएं।
नेचुरल रेमेडी
धनिया-पुदीना की चटनी कोई आम चटनी नहीं, बल्कि एक नेचुरल रेमेडी है जो यूरिक एसिड के साथ-साथ कई और हेल्थ प्रॉब्लम्स को भी कम कर सकती है। इसका स्वाद भी शानदार है और फायदा भी। अगर आप दवाओं से परे कोई घरेलू, असरदार और साइड इफेक्ट फ्री तरीका ढूंढ रहे हैं, तो ये चटनी आपकी थाली में जरूर होनी चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।