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भोजन की जगह टैबलेट से चलेगा काम, CSIR IITR ने बनाया पहला पोषण आहार टैबलेट

CSIR IITR, लखनऊ के निदेशक डॉ. भास्कर नारायण ने बताया कि ये टैबलेट पूरी तरह से नैचुरल है। यह हाई एल्टिट्यूड में खास तौर से सेना के जवानों के लिए ये संजीवनी की तरह काम करेगा। ये टैबलेट 6-7 दिन तक शरीर में न्यूट्रिशन की जरूरत पूरी करने में सक्षम है। इस टैबलेट को मोटे अनाज के फार्मूले से तैयार किया गया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 19, 2025 पर 7:13 PM
भोजन की जगह टैबलेट से चलेगा काम, CSIR IITR ने बनाया पहला पोषण आहार टैबलेट
सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. रामकृष्ण पार्थसारथी ने बताया कि इस टैबलेट को दुनिया के किसी भी भू-भाग में इस्तेमाल कर सकते हैं।

क्या कोई ऐसी दवा हो सकती है,जिसे लेने के बाद खाने-पीने की जरूरत ना पड़े। ऐसी कोई दवा नहीं है। लेकिन CSIR की संस्था IITR ने ऐसा टैबलेट बनाया है जो आपदा की स्थिति में संजीवनी साबित हो सकता है। लखनऊ की इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टाक्सिकोलॉजी रिसर्च CSIR IITR ने देश का पहला पोषण आहार टैबलेट बनाया है। इस दवा की एक खुराक लेने पर एक घंटे तक भोजन की जरूरत नहीं पड़ेगी। ये न्यूट्रिशियश फूड इन टैबलेट पौष्टिक आहार की जरूरतों को पूरा करेगा । ये टेबलेट प्राकृतिक आपदा में फंसे लोग और सेना के लोगों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है। खास बात ये है कि ये टेबलेट पूरी तरह से सुरक्षित और 100 फीसदी वेजिटेरियन है।

CSIR IITR, लखनऊ के निदेशक डॉ. भास्कर नारायण ने बताया कि ये टैबलेट पूरी तरह से नैचुरल है। यह हाई एल्टिट्यूड में खास तौर से सेना के जवानों के लिए ये संजीवनी की तरह काम करेगा।

ये टैबलेट 6-7 दिन तक शरीर में न्यूट्रिशन की जरूरत पूरी करने में सक्षम है। इस टैबलेट को मोटे अनाज के फार्मूले से तैयार किया गया है,जिसमें विटामिन, मिनरल्स,कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा होगी। ऐसी 12 टैबलेट से 2 हजार कैलोरी एनर्जी मिलेगी।

सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. रामकृष्ण पार्थसारथी ने बताया कि इस टैबलेट को दुनिया के किसी भी भू-भाग में इस्तेमाल कर सकते हैं। ये पूरी तरह से एक खाना है। इसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है।

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