ओडिशा (Odisha) के बालासोर (Balasore) में दो जून को हुए भीषण रेल हादसे (Train Accident) ने न केवल अपनों को खोने वालों और इसमें घायल हुए लोगों को कभी न भरने वाले घाव दिए हैं, बल्कि NDRF के बचावकर्मियों पर मानसिक रूप से भी इस घटना जबरदस्त असर पड़ा है। नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) के DG अतुल करवाल ने मंगलवार को बताया कि ट्रेन दुर्घटनास्थल पर बचाव अभियान (Rescue Operation) में तैनात फोर्स का एक कर्मी, जब भी कहीं पानी देखता है, तो उसे वो खून नजर आता है, जबकि एक दूसरे बचावकर्मी को अब भूख ही नहीं लग रही है।