सकल मांग और गांवों में गैर-खाद्यान्न वस्तुओं पर खर्च बढ़ने के साथ देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 7.5 प्रतिशत रह सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मंगलवार को जारी मई बुलेटिन में यह कहा गया है। बुलेटिन में प्रकाशित ‘अर्थव्यवस्था की स्थिति’ पर एक लेख में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने आपूर्ति श्रृंखला को प्रभावित करने वाली वैश्विक बाधाओं के बावजूद उल्लेखनीय मजबूती को दिखाया है।