Get App

INS Mormugao: स्वदेशी अभियान को मिल रही मजबूती, घातक मिसाइल और रॉकेट लॉन्चर से लैस मोरमुगाओ भारतीय नौसेना में शामिल

INS Mormugao: भारत में बने घातक मिसाइल और रॉकेट लॉन्चर से लैस आईएनएस मोरमुगाओ को रविवार को भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया गया। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस युद्धपोत को तैयार करने में करीब 75 फीसदी सामग्री स्वदेशी है। मोरमुगाओ विशाखापत्तनम श्रेणी के चार विध्वंसकों में से दूसरा विध्वंसक है

Edited By: Akhileshअपडेटेड Dec 18, 2022 पर 10:08 PM
INS Mormugao: स्वदेशी अभियान को मिल रही मजबूती, घातक मिसाइल और रॉकेट लॉन्चर से लैस मोरमुगाओ भारतीय नौसेना में शामिल
INS Mormugao: पश्चिमी तट पर स्थित ऐतिहासिक गोवा बंदरगाह शहर के नाम पर इस युद्धपोत का नाम मोरमुगाओ रखा गया है

हिंद महासागर में भारतीय सीमाओं की रक्षा हेतु एक और वरदान के तौर पर एक मिसाइल विध्वंसक युद्धपोत भारतीय नौसेना (Indian Navy) का हिस्सा बना है। दरअसल, भारत में बने घातक मिसाइल और रॉकेट लॉन्चर से लैस आईएनएस मोरमुगाओ (INS Mormugao) को रविवार को भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया गया। INS Mormugao को सेना में शामिल किए जाने के लिए मुंबई में आयोजित कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी उपस्थित रहे। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि युद्धपोत को शामिल किए जाने से भारत की समुद्री ताकत मजबूत होगी। उन्होंने INS Mormugao को टेक्नोलॉजी आधार पर सबसे उन्नत युद्धपोत बताया।

सिंह ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की पांच शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। एक्सपर्ट के अनुसार यह 2027 में शीर्ष तीन में शामिल हो जाएगी। वहीं, नौसेना प्रमुख ने कहा कि युद्धपोत को गोवा मुक्ति दिवस की पूर्व संध्या पर नौसेना में शामिल किया जाना पिछले एक दशक में युद्धपोत डिजाइन और निर्माण क्षमता में हुई बड़ी प्रगति की ओर इशारा करता है। पश्चिमी तट पर स्थित ऐतिहासिक गोवा बंदरगाह शहर के नाम पर इस युद्धपोत का नाम मोरमुगाओ रखा गया है। संयोग से यह पोत पहली बार 19 दिसंबर, 2021 को समुद्र में उतरा था, जिस दिन पुर्तगाली शासन से गोवा की मुक्ति के 60 साल पूरे हुए थे।

क्या है INS Mormugao की खासियत?

भारतीय नौसेना के अनुसार, यह युद्धपोत दूरसंवेदी उपकरणों, आधुनिक रडार और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल जैसी हथियार प्रणालियों से लैस है। नौसेना ने बताया कि इस युद्धपोत की लंबाई 163 मीटर, चौड़ाई 17 मीटर तथा वजन 7,400 टन है। इसे भारत द्वारा निर्मित सबसे घातक युद्धपोतों में गिना जा सकता है। मोरमुगाओ विशाखापत्तनम श्रेणी के चार विध्वंसकों में से दूसरा विध्वंसक है। इसका डिजाइन भारतीय नौसेना के स्वदेशी संगठन ने तैयार किया है। इसका निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने किया है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें