PM Modi in Varanasi LIVE: 'स्वर्वेद महामंदिर' की बड़ी बातें
17 दिसंबर से शुरू होने वाले दो दिवसीय 25,000 कुंडीय यज्ञ की तैयारियों की निगरानी में व्यस्त विज्ञानदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की मां स्वर्गीय हीराबेन गुजरात के नवसारी जिले में वीवाईएस के दंडकवन वंदा से जुड़ी थीं। उन्होंने कहा कि वाराणसी का यह सेंटर अब VYS का मुख्य केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा कि यह दुनिया के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटरों में से एक है। उन्होंने कहा, ''आधुनिक तकनीक और प्राचीन ज्ञान के संतुलन के साथ वास्तुकला का चमत्कार 125 पंखुड़ियों वाले कमल के गुंबद वाले मंदिर की इमारत में दिखता है।''
मंदिर का हर कोना लोगों को सद्गुरु के स्वर्वेद दर्शन का अहसास कराएगा, क्योंकि इसके 3,137 श्लोक मंदिर में मकराना की संगमरमर की दीवारों पर उकेरे गए हैं। मंदिर की पहली मंजिल पर उनकी प्रतिमा भी स्थापित की गई है। विज्ञानदेव ने कहा कि ये काम लगभग 20 वर्षों में परियोजना के पहले चरण में पूरा किया गया था। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में मंदिर के पास सद्गुरु की 135 फीट ऊंची प्रतिमा (स्टैच्यू ऑफ स्पिरिचुअलिटी) स्थापित की जाएगी। वाराणसी शहर के केंद्र से लगभग 12 किमी दूर उमराहा क्षेत्र में स्थित स्वर्वेद महामंदिर 3,00,000 वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है।
इसके निर्माण में 600 श्रमिकों और 15 इंजीनियर शामिल थे। मंदिर में 101 फव्वारों के साथ-साथ सागौन की लकड़ी की छत और जटिल नक्काशी वाले दरवाजे हैं। सात मंजिला महामंदिर की दीवारों पर स्वर्वेद के छंद उकेरे गए हैं।