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Monetary Policy: FY23 में रिटेल इनफ्लेशन 6.7% रहने का अनुमान, मार्च के बाद तेजी से घटेगी महंगाई

लाख कोशिशों के बावजूद इनफ्लेशन में ज्यादा कमी नहीं दिखी है। यह पिछले कई महीनों से आरबीआई के टारगेट से ऊपर बना हुआ है। जून में रिटेल इनफ्लेशन 7.01 फीसदी रहा। मई में यह 7.04 फीसदी था। रिटेल इनफ्लेशन लगातार 33 महीनों से मीडियम टर्म के 4 फीसदी के टारगेट से ऊपर बना हुआ है

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 05, 2022 पर 11:08 AM
Monetary Policy: FY23 में रिटेल इनफ्लेशन 6.7% रहने का अनुमान, मार्च के बाद तेजी से घटेगी महंगाई
आरबीआई ने जुलाई-सितंबर में रिटेल इनफ्लेशन औसतन 7.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।

RBI ने शुक्रवार को अपनी मॉनेटरी पॉलिसी (Monetary Policy) पेश कर दी। उसने इस फाइनेंशियल ईयर यानी 2022-23 के दौरान रिटेल इनफ्लेशन 6.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। दरअसल, उसने चालू वित्त वर्ष के लिए रिटेल इनफ्लेशन के अनुमान में बदलाव नहीं किया है।

केंद्रीय बैंक ने जून की अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में भी रिटेल इनफ्लेशन 6.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था। पिछले कुछ समय से इनफ्लेशन आरबीआई और सरकार के लिए बड़ा चैलेंज बना हुआ है। इसके काबू में करने के लिए सरकार और आरबीआई ने पिछले कुछ महीनों में कई कदम उठाए हैं।

यह भी पढ़ें : RBI Credit Policy: वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी ग्रोथ 7.2% रहने का अनुमान

लाख कोशिशों के बावजूद इनफ्लेशन में ज्यादा कमी नहीं दिखी है। यह पिछले कई महीनों से आरबीआई के टारगेट से ऊपर बना हुआ है। जून में रिटेल इनफ्लेशन 7.01 फीसदी रहा। मई में यह 7.04 फीसदी था। रिटेल इनफ्लेशन लगातार 33 महीनों से मीडियम टर्म के 4 फीसदी के टारगेट से ऊपर बना हुआ है।

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