देश के जाने-माने और सीनियर वकील मुकुल रोहतगी (Mukul Rohatgi) ने भारत का अगला अटॉर्नी जनरल बनाए जाने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव को ठुकार दिया है। उन्होंने इसके लिए सरकार को धन्यवाद कहा और अपना फैसला सुना दिया। रोहतगी ने कहा कि उनके फैसले के पीछे कोई खास वजह नहीं है। इससे पहले रोहतगी जून 2014 से जून 2017 तक अटॉर्नी जनरल थे। उनके बाद के.के. वेणुगोपाल को जुलाई 2017 में इस पद पर नियुक्त किया गया था।
