Get App

मुकुल रोहतगी ने फिर से अटॉर्नी जनरल बनने से किया इनकार, जानिए क्यों

देश के जाने-माने और सीनियर वकील मुकुल रोहतगी ने भारत के लिए अटॉर्नी जनरल के रूप में नियुक्त होने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। उन्होंने बताया कि इसके पीछे कोई खास वजह नहीं है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 26, 2022 पर 9:37 AM
मुकुल रोहतगी ने फिर से अटॉर्नी जनरल बनने से किया इनकार, जानिए क्यों
साल 2014 से 2017 तक मुकुल रोहतगी देश के अटॉर्नी जनरल रह चुके हैं।

देश के जाने-माने और सीनियर वकील मुकुल रोहतगी (Mukul Rohatgi) ने भारत का अगला अटॉर्नी जनरल बनाए जाने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव को ठुकार दिया है। उन्होंने इसके लिए सरकार को धन्यवाद कहा और अपना फैसला सुना दिया। रोहतगी ने कहा कि उनके फैसले के पीछे कोई खास वजह नहीं है। इससे पहले रोहतगी जून 2014 से जून 2017 तक अटॉर्नी जनरल थे। उनके बाद के.के. वेणुगोपाल को जुलाई 2017 में इस पद पर नियुक्त किया गया था।

कहा जा रहा है कि मुकुल रोहतगी केके वेणुगोपाल की जगह लेने वाले थे। वो 1 अक्टूबर से अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने वाले थे लेकिन इससे पहले उन्होंने इस ऑफर को ठुकराकर सबको चौंका दिया।

वेणुगोपाल की जगह लेने की केंद्र ने की पेशकश

इस समय भारत के अटर्नी जनरल के के वेणुगोपाल हैं। रोहतगी के बाद 15 जुलाई 2017 को वेणुगोपाल को ही एजी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उनका कार्यकाल 3 साल का था, जो कि साल 2020 में खत्म होना था। जिसे सरकार ने फिर से आगे बढ़ा दिया था। अब 30 सितंबर को वेणुगोपाल का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। बता दें कि एक अनुभवी वकील रोहतगी सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ देश भर के उच्च न्यायालयों में कई हाई-प्रोफाइल मामलों में पेश हुए हैं।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें