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'कांग्रेस ने बाबासाहेब के खिलाफ हर गंदी चाल चली': आंबेडकर विवाद पर पीएम मोदी ने अमित शाह का किया बचाव

Ambedkar Row: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह टिप्पणी कांग्रेस के उस आरोप के बाद आई है, जिसमें कहा गया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में 'भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा' विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया

अपडेटेड Dec 18, 2024 पर 2:31 PM
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Ambedkar Row: अमित शाह के आंबेडकर संबंधी बयान को लेकर जारी विवाद पर पीएम मोदी ने प्रतिक्रिया दी है

Ambedkar Row: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भीमराव आंबेडकर के अपमान के आरोपों को लेकर कांग्रेस के निशाने पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बचाव करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री ने राज्यसभा में बाबासाहेब का अपमान करने के कांग्रेस के काले इतिहास को उजागर किया। पीएम मोदी ने कहा कि यदि कांग्रेस और उसका सड़ा-गला इकोसिस्टम सोचते हैं कि दुर्भावनापूर्ण झूठों से उनके गलत कार्यों, खासकर आंबेडकर के अपमान को छिपाया जा सकता है, तो वह बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि लोगों ने अक्सर देखा है कि कैसे एक वंश के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने आंबेडकर की विरासत को मिटाने के लिए हर गंदी चाल चली।

प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को X पर अपने सिलसिलेवार पोस्ट में लिखा, "अगर कांग्रेस और उसके सड़े हुए इकोसिस्टम को लगता है कि उनके दुर्भावनापूर्ण झूठ कई वर्षों के उनके कुकर्मों को छिपा सकते हैं, खासकर डॉ. आंबेडकर के प्रति उनके अपमान को, तो वे गंभीर रूप से गलत हैं! भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक पार्टी, एक राजवंश के नेतृत्व में डॉ. आंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए हर संभव गंदी चाल में शामिल हो गया है।''

अमित शाह का किया बचाव


इसके बाद पीएम मोदी ने अमित शाह के संबोधन वाले वीडियो को शेयर करते हुए अपनी अगली पोस्ट में लिखा, "संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने डॉ. आंबेडकर का अपमान करने और एससी/एसटी समुदायों की अनदेखी करने के कांग्रेस के काले इतिहास को उजागर किया। उनके द्वारा प्रस्तुत तथ्यों से वे स्पष्ट रूप से स्तब्ध हैं, यही कारण है कि वे अब नाटकीयता में लिप्त हैं।"

प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ आंबेडकर को एक बार नहीं, बल्कि दो बार चुनावों में पराजित करना। पंडित नेहरू का उनके खिलाफ प्रचार करना और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाना... उन्हें भारत रत्न देने से मना करना और संसद के केंद्रीय कक्ष में उनकी तस्वीर को जगह देने से इनकार कर देना कांग्रेस के पापों की सूची में शामिल हैं।

उन्होंने कहा, "कांग्रेस चाहे जैसी कोशिश कर ले, लेकिन वह इस बात से इनकार नहीं कर सकती कि अनुसूचित जाति ओर अनुसूचित जनजाति के खिलाफ सबसे बुरा नरसंहार उसके शासन के दौरान हुआ। वर्षों तक वे सत्ता में बैठे रहे लेकिन एससी और एसटी समुदायों को सशक्त बनाने के लिए कुछ भी ठोस नहीं किया।"

कांग्रेस को गरीबों का विरोधी बताया

PM मोदी ने कहा, "हम आज जो कुछ भी हैं, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की वजह से ही हैं। हमारी सरकार ने पिछले एक दशक में डॉ बाबासाहेब आंबेडकर के विजन को पूरा करने के लिए अथक प्रयास किया है। किसी भी क्षेत्र को ले लीजिए- चाहे वह 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालना हो, एससी/एसटी अधिनियम को मजबूत करना हो। हमारी सरकार के प्रमुख कार्यक्रम जैसे स्वच्छ भारत, पीएम आवास योजना, जल जीवन मिशन, उज्ज्वला योजना और बहुत कुछ...., इनमें से प्रत्येक ने गरीबों और हाशिए पर पड़े लोगों के जीवन को छुआ है।"

पीएम मोदी ने कहा कि उनके नेतृत्व वाली सरकार ने डॉ. आंबेडकर से जुड़े पांच प्रतिष्ठित स्थलों पंचतीर्थ को विकसित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि दशकों से चैत्य भूमि के लिए भूमि एक लंबित मुद्दा था लेकिन न केवल उनके नेतृत्व वाली सरकार ने इस मुद्दे को हल किया, बल्कि वह खुद वहां प्रार्थना करने भी गए।

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उन्होंने कहा, "हमने दिल्ली में 26, अलीपुर रोड भी विकसित किया है, जहां डॉ आंबेडकर ने अपने अंतिम वर्ष बिताए थे। वह लंदन में जिस घर में रहते थे, उसे भी सरकार ने अधिग्रहित कर लिया है। जब डॉ. आंबेडकर की बात आती है तो हमारा सम्मान और हमारी श्रद्धा उच्च कोटि की है।"

अमित शाह पर क्या है आरोप?

प्रधानमंत्री मोदी की यह टिप्पणी कांग्रेस के उस आरोप के मद्देनजर आई है, जिसमें कहा गया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में 'भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा' विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया। मुख्य विपक्षी दल ने अमिता शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश भी जारी किया जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं कि अभी एक फैशन हो गया है आंबेडकर, आंबेडकर...। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।

कांग्रेस ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए तथा देश से माफी मांगनी चाहिए। मुख्य विपक्षी दल और उसके सहयोगी दलों के सदस्यों ने इस विषय को लेकर संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया और संसद परिसर में भी विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत में यह दावा भी किया कि शाह की टिप्पणी का यह मतलब था कि बाबासाहेब का नाम लेना भी गुनाह है।

खड़गे ने शाह पर बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें अपने पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए तथा देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि अमित शाह और बीजेपी के लोगों के दिमाग में जो 'मनुस्मृति' और आरएसएस की विचारधारा है, वह दर्शाती है कि वे बाबासाहेब के संविधान का आदर नहीं करते।

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