Modi Govt Formation: लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा के एक दिन बाद TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और JDU सुप्रीमो नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को अपना समर्थन दिया। बीजेपी को लोकसभा चुनावों में अपने दम पर बहुमत नहीं मिल सका, लेकिन अपने दो गठबंधन सहयोगियों के समर्थन से NDA ने 272 सीटों के बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया है। मोदी के 8 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है।
वर्ष 2014 के चुनाव के बाद देश में एक बार फिर गठबंधन सरकार की राजनीति वापस लौट रही है जिसमें NDA के घटक दलों तेलुगु देशम पार्टी, जनता दल यूनाइटेड और एकनाथ शिंदे की शिवसेना की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इसलिए, मोदी कैबिनेट में टीडीपी और जेडीयू की नजर कई प्रमुख विभागों और मंत्रालयों पर है। सूत्रों ने कहा कि इन पार्टियों से नए केंद्रीय मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण पदों के लिए सौदेबाजी की उम्मीद है।
विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, दलबदल विरोधी कानून के मद्देनजर लोकसभा स्पीकर की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए TDP इस पद के लिए बातचीत कर रही है। लोकसभा स्पीकर पद के लिए किए गए इस कदम से गठबंधन के सहयोगियों को भविष्य में किसी भी संभावित विभाजन से बचाने की संभावना है। इसके अलावा, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि नायडू भगवा खेमे से दो से अधिक कैबिनेट पद मांग सकते हैं।
हालांकि, टीडीपी के शीर्ष सूत्रों ने CNN-न्यूज18 को बताया कि अभी तक पार्टी ने BJP के सामने किसी भी पोर्टफोलियो या यहां तक कि लोकसभा स्पीकर के पद के बारे में भी कोई मांग नहीं रखी है। टीडीपी सूत्रों ने बताया है कि पार्टी 'एक बार में एक कदम' उठाएगी।
3-4 प्रमुख मंत्रालय की मांग
न्यूज18 को पता चला है कि टीडीपी केंद्रीय मंत्रिमंडल में कम से कम 3-4 प्रमुख मंत्रालय चाहती है। नागरिक उड्डयन मंत्री और आईटी राज्य मंत्री पहले टीडीपी से थे, जब तक कि पार्टी ने 2018 में एनडीए सरकार से अपना समर्थन वापस नहीं ले लिया। सूत्रों ने कहा कि अब, वित्त राज्य मंत्री टीडीपी के लिए एक महत्वपूर्ण पद होने की उम्मीद है। साथ ही दो-तीन अन्य पूर्ण मंत्रालय भी होंगे, जो आंध्र प्रदेश के विकास में मदद करेंगे।
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि JDU सुप्रीमो नीतीश कुमार अपनी पार्टी के सांसदों के लिए कृषि सहित शीर्ष पदों की मांग कर सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि JDU प्रमुख नीतीश कुमार भी इस बार दो से तीन कैबिनेट और एक राज्य मंत्री पर नजर गड़ाए हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, JDU को कृषि, ग्रामीण विकास और जल शक्ति जैसे बिहार के हितों से जुड़े मंत्रालय दिए जाने की बात चल रही है। ललन सिंह को भी मंत्री बनाए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
इसके अलावा शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पवन भी एक-एक मंत्रालय मांग रहे हैं। वहीं, LJP के चिराग पासवान को भी अपने पिता दिवंगत रामविलास पासवान की तरह पूर्णकालिक मंत्री बनाए जाने की उम्मीद है, क्योंकि पार्टी ने अपने सभी पांच सीटों पर जीत दर्ज की है।
वहीं, JDS के साथ जन सेना को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। सूत्रों ने न्यूज18 को बताया कि NCP के अजित पवार गुट से प्रफुल्ल पटेल या सुनील तटकरे को भी मंत्री बनाया जा सकता है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) द्वारा लोकसभा चुनावों में 293 सीटें जीतने के बाद मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगे। हालांकि बीजेपी को लोकसभा चुनावों में अपने दम पर बहुमत नहीं मिल सका। भगवा पार्टी 240 पर सिमट गई।