दिग्गज निवेशक मधुसूदन केला ने टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा है कि मार्केट के शब्दों में कहा जाए तो रतन टाटा का पी/ई अनंत था। उन्होंने टाटा समूह की वैल्यू जहां पहुंचाई, उसे मापा नहीं जा सकता। टाटा ग्रुप ने शेयरहोल्डर्स के लिए जितनी संपत्ति बनाई है, उतनी इंडिया में किसी दूसरी कंपनी ने नहीं बनाई। इसमें न सिर्फ कारोबार में उनकी सफलता का हाथ है बल्कि उस खास ओनरशिप स्ट्रक्चर का हाथ है, जिसे रतन टाटा ने बनाया था। आज टाटा समूह की ज्यादातर लिस्टेड कंपनियों की ओनरशिप शेयरहोल्डर्स के पास है। इसका मतलब है कि ज्यादातर संपत्ति लोगों में बंटी हुई है।
