गन्ने के जूस से एथेनॉल बनाने पर पाबंदी लगाने का फैसला टेंपररी है। फूड सेक्रेटरी का ने ऐसा कहा है। कल आये इस फैसले के चलते आज चीनी स्टॉक्स में कमजोरी देखने को मिली। देश की सबसे बड़ी चीनी कंपनी बलरामपुर चीनी के शेयर 3 प्रतिशत से ज्यादा टूट गये। इसके बाद चीनी कंपनियों द्वारा सरकार इस फैसले की आलोचना की। इंडस्ट्री ने अन्य विकल्प तलाशे जाने की बात कही गई। जिसके बाद सरकार की तरफ ये सफाई आई है कि गन्ने के जूस से एथेनॉल बनाने पर पाबंदी लगाने का फैसला स्थायी नहीं बल्कि अस्थायी और हर महीने हालात की समीक्षा की जायेगी। इसे सरकार की तरफ थनॉल प्लांट वाली कंपनियों को मलहम लगाने की कोशिश माना जा रहा है।