मुंबई में NCP (अजित गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सिद्दीकी इसी साल फरवरी में कांग्रेस छोड़कर अजित पवार के साथ आए थे। सिद्दीकी की मुंबई के बांद्रा में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। शूटर्स ने उन पर तीन राउंड फायरिंग कर दी। जिसके बाद लीलावती अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया। सिद्दीकी को Y सिक्योरिटी मिली थी। लेकिन घटना के वक्त उनके साथ कोई कॉन्स्टेबल नहीं था। स्ट्रीट लाइट्स और CCTV भी बंद थे। इस बीच विपक्ष सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने सवाल उठाते हुए कहा है कि Y कैटेगिरी की सिक्योरिटी के बावजूद बाबा सिद्दिकी की हत्या कर दी गई। ये सब सीएम एकनाथ शिंदे की असफलता है। इसके साथ ही संजय राउत ने कहा कि मुंबई की कानून व्यवस्था को लेकर राज्यपाल को हस्तक्षेप करना चाहिए। देवेंद्र फडणवीस को गृह मंत्री के पद से हटा देना चाहिए।
बाबा सिद्दीकी को मिली थी वाई श्रेणी की सुरक्षा
बाबा सिद्दीकी ने हाल ही में डिप्टी सीएम अजित पवार से अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने बाबा सिद्दीकी को वाई कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया करा दी थी। लेकिन इसके बावजूद हत्यारे अपनी मंशा में कामयाब हो गए। दरअसल वाई श्रेणी की सुरक्षा मंत्रियों को मिलने वाली सुरक्षा से अलग होती है। इसमें सबसे पहले सरकार से सुरक्षा के लिए अप्लाई करना होता है। इसके बाद खुफिया एजेंसियों के जरिए खतरे का आकलन किया जाता है। फिर खतरा होने पर सुरक्षा दी जाती है।
क्या होती है Y श्रेणी की सुरक्षा?
भारत सरकार उन लोगों को वाई लेवल की सुरक्षा मुहैया कराती है। जिनकी जान को खतरा होता है। यह सुरक्षा कवर का चौथा स्तर है। सुरक्षा दल में 11 लोग होते हैं। जिनमें 1 से 2 पुलिस अधिकारी शामिल होते हैं। इसमें दो पीएसओ भी होते हैं। ज्यादातर मामलों में, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) या राज्य पुलिस के लोगों को वाई ग्रुप में सुरक्षा का जिम्मा सौंपा जाता है। सुरक्षा कवर के साथ एक कार आती है। जिसमें बुनियादी सुरक्षा सुविधाएं शामिल रहती हैं।