Bahraich Violence: बहराइच में युवक की हत्या के बाद तनाव! लोगों ने दुकान और अस्पताल जलाया, पिस्टल लेकर सड़क पर उतरे STF चीफ, इंटरनेट बंद

Bahraich Violence News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के एक गांव में रविवार (13 अक्टूबर) को हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं, करीब 30 दंगाइयों को हिरासत में लिया गया है। इस हिंसा में रेहुआ मंसूर गांव के निवासी राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई, जिसके बाद बवाल बढ़ गया। हिंसा प्रभावित इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया है

अपडेटेड Oct 14, 2024 पर 2:39 PM
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#Bahraich Violence News: बहराइच की डीएम मोनिका रानी ने कहा कि हम स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं

Bahraich Violence News: उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार (13 अक्टूबर) को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा के अगले दिन सोमवार (14 अक्टूबर) को जिले में तनाव बढ़ गया। हजारों की संख्या में उग्र भीड़ ने एक अस्पताल में आग लगा दी। वहीं, कई शोरूम और दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया। भीड़ को देखकर यूपी पुलिस को पीछे हटना पड़ा। इस हिंसा में 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि रेहुआ मंसूर गांव के महाराजगंज इलाके में हुई हिंसा के सिलसिले में कम से कम 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

इस हिंसा में रेहुआ मंसूर गांव के निवासी राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई, जिसके बाद बवाल बढ़ गया। लखनऊ से STF के चीफ और उत्तर प्रदेश के ADG (लॉ एंड ऑर्डर) अमिताभ यश खुद बहराइच पहुंच गए हैं। वो खुद हाथ में पिस्टल लेकर दंगाइयों को दौड़ा रहे हैं। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

आसपास के जिलों से और अधिक फोर्स बुलाई गई है। इसके अलावा हिंसा प्रभावित इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इस बीच, मुख्य आरोपी की तलाश जारी है। एक अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में किसी भी अप्रिय घटना से बचने और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से फैलाई जा रही किसी भी गलत सूचना को नियंत्रित करने के लिए बहराइच में इंटरनेट सेवाएं निलंबित की गई हैं।


शीर्ष अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, 30 हिरासत में लिए गए

बहराइच जिले के एक गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं, यूपी के सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने लखनऊ में पीटीआई को बताया कि सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

इस बीच, सोशल मीडिया पर आए वीडियो में लोग प्रशासन और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आ रहे हैं। जिले से कुछ वाहनों में आग लगाए जाने की भी खबरें आई हैं। रविवार को मंसूर गांव के महाराजगंज इलाके में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के लिए एक जुलूस निकाला गया था। इस दौरान हुई हिंसा में एक युवक की जान चली गई और पथराव में करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए।

कैसे हुई हिंसा?

बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने रविवार रात पत्रकारों को बताया था, "महसी तहसील के अंतर्गत महाराजगंज इलाके में तनाव था। जब जुलूस मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रहा था तभी दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति पर कथित तौर पर हमला किया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद, पुलिस ने करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है। अशांति प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं।"

सलमान के खिलाफ केस दर्ज

उन्होंने कहा कि इलाके में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। हिंसा प्रभावित इलाके के सीसीटीवी फुटेज देख कर अराजक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शुक्ला ने कहा, "घटना के सिलसिले में सलमान नामक एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बताया जाता है कि उसकी दुकान से कथित गोलीबारी हुई थी। संदिग्ध लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।"

जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि महसी तहसील के महाराजगंज इलाके में देवी प्रतिमा के विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान विवाद हो गया तथा एक व्यक्ति को गोली लगने के बाद स्थिति बिगड़ गई। इस घटना के चलते फखरपुर कस्बे सहित कुछ अन्य स्थानों पर मूर्ति विसर्जन रूक गया था। लेकिन रविवार देर रात विसर्जन का कार्यक्रम संपन्न हो गया।

पुलिस के अनुसार, रविवार को विसर्जन के लिए देवी दुर्गा की मूर्ति लेकर मंसूर गांव के महाराजगंज बाजार से एक जुलूस गुजर रहा था। जुलूस में शामिल रेहुआ मंसूर गांव के निवासी राम गोपाल मिश्रा (22) को गोली लग गई। मिश्रा के एक परिजन ने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

युवक की 4 महीने पहले हुई थी शादी

युवक की हत्या के बाद इलाके में तनाव फैल गया। महसी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह ने पीटीआई से कहा, "हम मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं। चार महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। मृतक के परिजनों की मांग है कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए तथा एसएचओ और पुलिस चौकी के प्रभारी को निलंबित किया जाए।"

सीएम योगी ने दिए कार्रवाई के निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने पर्याप्त इंतजाम कर समय पर प्रतिमा विसर्जन कराने तथा धार्मिक संगठनों से संवाद करने के निर्देश प्रशासन को निर्देश दिए। X पर एक पोस्ट में सीएम योगी ने कहा, "जनपद बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी को सुरक्षा की गारंटी, लेकिन उपद्रवियों और जिनकी लापरवाही से घटना घटी है, ऐसे लोगों को चिह्नित कर कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। प्रतिमा विसर्जन जारी रहेगा। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को मौके पर उपस्थित रहकर धार्मिक संगठनों से संवाद कर समय से प्रतिमा विसर्जन कराने हेतु निर्देशित किया है।

वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "बहराइच, उत्तर प्रदेश में हो रही हिंसा और प्रशासन के निष्क्रिय होने की खबरें अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण हैं। मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री जी एवं राज्य प्रशासन से अपील करती हूं कि त्वरित एक्शन लेते हुए, जनता को विश्वास में लें और हिंसा रोकें। दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो। जनता से मेरी करबद्ध अपील है कि कृपया कानून अपने हाथ में न लें और शांति बनाए रखें।"

इलाके में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को आसपास की कई दुकानों और वाहनों में आग लगा दी। एक अस्पताल को भी आग लगा दी गई। बहराइच की पुलिस अधीक्षक (एसपी) वृंदा शुक्ला के अनुसार, हिंसा के संबंध में सलमान नामक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि गोलियां उसके घर से चलाई गईं। वह एक दुकान का भी काम करता है।

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