Charles Sobhraj: मुंबई पुलिस का वो जांबाज अधिकारी, जिसने 'बिकनी किलर' चार्ल्स शोभराज को धर दबोचा, खुद बताई गिरफ्तारी की पूरी कहानी
Charles Sobhraj पर दुनिया भर में 50 से अधिक महिलाओं की हत्या का आरोप था। थाईलैंड, भारत, ईरान, फ्रांस और श्रीलंका सहित कम से कम 10 देशों की पुलिस और सरकारें उसकी तलाश में थीं। शोभराज 1976 में दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़ा गया और 1986 तक तिहाड़ जेल में रहा। 1986 में वह तिहाड़ के गार्ड को ड्रग्स खिलाकर फरार हो गया था
Charles Sobhraj: चार्ल्स शोभराज बिकिनी पहनी लड़कियों की हत्या करता था इसलिए उसे 'बिकनी किलर' नाम मिला
"चार्ल्स शोभराज (Charles Sobhraj) को रिहा करना अदालत का फैसला है। हम क्या कर सकते है? मैं निश्चित तौर पर इस फैसले से निराश हूं। मेरी टीम और मैंने कई सालों तक उसे ट्रैक करने में घंटों बिताए थे।" यह बयान मुंबई पुलिस के जांबाज अधिकारी मधुकर जेंडे (Madhukar Zende) का है, जिन्होंने 1986 में गोवा में चार्ल्स शोभराज को गिरफ्तार किया था। नेपाल के सुप्रीम कोर्ट (Nepal Supreme Court) ने बुधवार को ‘बिकिनी किलर (Bikini Killer)’ और ‘द सर्पेंट (The Serpent)’ के नाम से मशहूर कुख्यात फ्रांसीसी ‘सीरियल किलर (Serial Killer)’ को उसकी सेहत के आधार पर रिहा करने का आदेश दिया। भारतीय और वियतनामी माता-पिता की संतान 78 वर्षीय शोभराज हत्या के आरोप में साल 2003 से उम्रकैद की सजा काट रहा है।
रिटायर्ड सुपर कॉप मधुकर जेंडे ने News18 को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "अब वह अपने द्वारा कमाए गए सभी दो नंबर के पैसों के साथ अपना शेष जीवन खुलकर जीएगा।" अधिकारी ने कहा कि जो ठीक नहीं हो सकता उसे सहना चाहिए। शोभराज ने भारत और नेपाल में 43 साल जेल में बिताए हैं और यह उस देश का कानून है जिसने उसे रिहा किया है।
कैसे किया गिरफ्तार?
मधुकर जेंडे अभी भी उस सफेद कॉलर वाली लाल शर्ट को अपने पास रखे हैं, जिसे पहनकर उन्होंने शोभराज को ओ’कोकेरियो (O’Coqueiro) नामक एक प्रसिद्ध गोवा के रेस्तरां में गिरफ्तार करते समय पहना था। उन्होंने कहा कि अदालतों ने सीरियल किलर को मौत की सजा नहीं दी, जिसका उन्हें अफसोस है।
जिस तरह से उनकी टीम ने गोवा में शोभराज का पता लगाया, उसे वह कभी नहीं भूलते। अधिकारी ने सबसे पहले उसे 14 नवंबर, 1971 को गिरफ्तार किया था, लेकिन शातिर हत्यारा भागने में सफल रहा। अधिकारी ने कहा कि 1971 का युद्ध चल रहा था और मैंने उसे गिरफ्तार किया था।
Charles Sobhraj: नेपाली जेल में 19 साल बिताने के बाद चार्ल्स शोभराज के जल्द रिहा होने की संभावना है
अधिकारी ने बताया कि एक दिन ब्लैक आउट हो गया। शोभराज ने संक्रमित एपेंडिसाइटिस की शिकायत की। हमने उसे एक अस्पताल में शिफ्ट कर दिया, जहां वह नाली के पाइप से नीचे उतरकर वहां से भागने में सफल रहा। शोभराज एक बार फिर 1976 में दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़ा गया और 1986 तक जेल में रहा।
तिहाड़ से हुआ फरार
शोभराज ने 21 साल भारतीय जेल में बिताए, जिसमें वह 21 दिन का समय नहीं शामिल है जब वह साल 1986 में उच्च सुरक्षा वाली नई दिल्ली के तिहाड़ जेल के गार्ड को ड्रग्स खिलाकर फरार हो गया था। उसने अपने जन्मदिन की पार्टी के उपलक्ष्य में यह ड्रग्स मिठाई में मिलाकर गार्डों को परोसा था। शोभराज के नाम कई ‘यात्रियों’ (बैकपैकर्स) की हत्या से जुड़े हैं। माना जाता है कि शोभराज ने 1970 के दशक में 15 से 20 लोगों की हत्या की थी।
उसपर नई दिल्ली में फ्रेंच टूर पार्टी के 22 सदस्यों को ड्रग्स देने का भी आरोप था। ऐसे ही ड्रग्स और मर्डर के मामले में थाईलैंड पुलिस ने चार्ल्स के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया था। वहां उसे मौत की सजा मिलती, जिस वजह से चार्ल्स तिहाड़ जेल से फरार हो गया और दोबारा पकड़े जाने पर अपनी सजा बढ़वा ली।
साल 1997 में चार्ल्स को तिहाड़ जेल से रिहा किया गया। वो 1976 से 1997 तक तिहाड़ जेल में रहा। इस बीच वो साल 1986 में जेल से भाग गया था। लेकिन जब वो फिर पकड़ा गया तो सजा पूरी करके फ्रांस चला गया। शोभराज के भारत की शीर्ष सुरक्षा वाली तिहाड़ जेल से फरार होने के बाद मधुकर जेंडे को तत्कालीन महाराष्ट्र पुलिस प्रमुख सूर्यकांत जोग ने गोवा भेजा था।
मधुकर जेंडे में गोवा में किया गिरफ्तार
मुंबई क्राइम ब्रांच के तत्कालीन इंस्पेक्टर मधुकर जेंडे को आज भी 6 अप्रैल 1986 की वह शाम याद है जब उन्होंने सीरियल किलर को पकड़ने के लिए उस पर बंदूक तान दी थी। इस घटना के वक्त सब कुछ सामान्य था और ओ’कोकेरियो रेस्तरां ग्राहकों से खचाखच भरा हुआ था। इस मिशन में कामयाब रहे और शोभराज को गिरफ्तार कर लिया।
नेपाल की जेल में 19 साल से सजा काट रहे बिकिनी किलर चार्ल्स शोभराज को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा करने का आदेश दिए हैं
इस घटना के 36 साल बाद भी वह रेस्तरां चल रहा है। आज भी यह रेस्टोरेंट शोभराज की गिरफ्तारी वाले स्थान के तौर पर आज भी मशूहर है। रेस्तरां मैनेजमेंट ने एक कोने में शोभराज की प्रतिमा लगा दी है, जो पर्यटकों और आगंतुकों के लिए ‘सेल्फी प्वाइंट’ बन गया है।
नेपाल में फिर हुआ गिरफ्तार
इसके बाद नेपाल यात्रा के दौरान उसे गिरफ्तार गिया गया और साल 2003 से वो नेपाल की जेल में ही बंद था। शोभराज को अगस्त, 2003 में काठमांडू के एक कसीनो से पकड़ा गया था। भक्तपुर की जिला अदालत ने साल 1975 में एक कनाडाई नागरिक लौरेंट कैरिएरे और एक अमेरिकी नागरिक कोनी जो ब्रोंजिच की हत्या के लिए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। नेपाल में आजीवन कारावास की सजा का मतलब 20 साल जेल की सजा से है।
'बिकनी किलर' नाम पड़ने की कहानी
शोभराज बिकिनी पहनी लड़कियों की हत्या करता था, इसलिए उसे 'बिकनी किलर' नाम मिला। वह अजनबियों को धोखा देने और पूरे यूरोप और एशिया में पुलिस से बचने में माहिर था। इसीलिए उसे द सर्पेंट (सांप) भी कहा जाने लगा। शोभराज साल 1972 से 76 के दौरान ज्यादातर एशिया आने वाले पश्चिमी देशों के पर्यटकों को अपने जाल में फंसाता था और बाद में उन्हें ड्रग्स खिलाकर उनकी हत्या कर देता था।
चार्ल्स शोभराज ने अपने एक भारतीय साथी अजय चौधरी के साथ मिलकर थाईलैंड में पहली हत्या को अंजाम दिया था। उसने जिन लोगों की हत्या की थी उनमें से दो महिलाओं के शव केवल बिकिनी में मिले थे। साल 1975 में Teresa Knowlton नाम की एक पर्यटक को बिकिनी पहने पूल में मृत पाया गया। यह चार्ल्स का पहला शिकार थी। शातिर तरीके से लोगों को धोखा देने और छलने के अपने कृत्य के कारण शोभराज ‘बिकिनी किलर’ और ‘द सर्पेंट’ के नाम से कुख्यात हो गया था।