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Infosys के फाउंडर नारायण मूर्ति ने शेयर किया मजेदार किस्सा, बताया कैसे रात को अपने रसोइये के साथ ऑर्डर किया आटा

एक खास पॉडकास्ट इंटरव्यू में इंफोसिस (Infosys) के फाउंडर नारायण मूर्ति (NR Narayana Murthy) ने बताया कि एक दिन मेरा रसोइया मेरे आया और उसने बताया कि सर आपका खास डायबटीज से बचाने वाला आटा कल या परसों खत्म होने वाला है। हमें इसके लिए फिर से ऑर्डर करना होगा। फिर मैंने उसे बैठाया और एमेजॉन से उसका ऑर्डर दिया। मेरा रसोइया भी इस बारे में अच्छे से जानता था। वह ओडिशा से है और काफी युवा है। उसने आटे का ऑर्डर दिया। उसे पता था कि दो महीने के लिए कितने आटे का ऑर्डर देना था

अपडेटेड Oct 26, 2023 पर 6:48 PM
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भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक इंफोसिस (Infosys) के फाउंडर नारायण मूर्ति (NR Narayana Murthy) ने एक पॉडकॉस्ट में खुद से जुड़ा एक बेहद ही दिलचस्प किस्सा साझा किया है

भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक इंफोसिस (Infosys) के फाउंडर नारायण मूर्ति (NR Narayana Murthy) ने एक पॉडकॉस्ट में खुद से जुड़ा एक बेहद ही दिलचस्प किस्सा साझा किया है। उनका यह किस्सा हमें यह भी बताता है कि टेक्नोलॉजी हमारी डेली की लाइफ में किस तरह से असर डाल रही है। हाालांकि यह कहानी एक बेहद ही आम काम के इर्द गिर्द घूमती हुई नजर आती है। यह दुनिया के लिए टेक्नोलॉजी से लाई गई सुविधा और आत्मविश्वास बढ़ाने के बारे में बताती है।

क्या कहानी साझा की नारायण मूर्ति ने

एक खास पॉडकास्ट इंटरव्यू में इंफोसिस (Infosys) के फाउंडर नारायण मूर्ति (NR Narayana Murthy) ने बताया कि एक दिन मेरा रसोइया मेरे आया और उसने बताया कि सर आपका खास डायबटीज से बचाने वाला आटा कल या परसों खत्म होने वाला है। हमें इसके लिए फिर से ऑर्डर करना होगा। फिर मैंने उसे बैठाया और एमेजॉन से उसका ऑर्डर दिया। मेरा रसोइया भी इस बारे में अच्छे से जानता था। वह ओडिशा से है और काफी युवा है। उसने आटे का ऑर्डर दिया। उसे पता था कि दो महीने के लिए कितने आटे का ऑर्डर देना था।

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टेक्नोलॉजी ने बनाया है हमारी जिंदगी को आसान

नारायण मूर्ति ने कहा कि डायबिटीज के लिए बनाया गया खास आटा इतनी आसानी से ऑर्डर करना यह बताता है कि टेक्नोलॉजी कितनी तेजी से आगे बढ़ी है और इसने हमारी जिंदगी को कितना बदला और आसान बनाया है। मूर्ति ने अपने चाचा के दिनों को याद किया जब उनको जरूरी किराना के सामानों के लिए भी दूरदराज के गांवों से नजदीकी शहर के लिए आना पड़ता था। इसीलिए हमें टेक्नोलॉजी का शुक्रिया अदा करना चाहिए। इसने खरीदारी को काफी आसान बना दिया है। ब आप घर पर आराम से बैठ सकते हैं, जब तक आपके पास इंटरनेट कनेक्शन है, और अपनी मर्जी से कोई भी सामान ऑर्डर कर सकते हैं।

टेक्नोलॉजी से बढ़ी है प्रोडक्टिविटी

नारायण मूर्ति ने कहा कि टेक्नोलॉजी की वजह से हम अब 24 घंटे कोई भी सामान खरीद सकते हैं या कोई भी सर्विस पा सकते हैं। जिसकी वजह से प्रोडक्टिविटी में भी इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा आज से कुछ वक्त पहले रात में 10 बजे के बाद ऑनलाइन होम डिलिवरी असंभव सी लगती थी। उस रात जब मैंने अपने रसोइये के साथ ऑर्डर किया, तो रात के 10 बज रहे थे। कल्पना कीजिए, पुराने दिनों में, दुकानें बंद हो जाती थीं। मूर्ति ने आगे कहा, 'घर बैठे आप कह सकते हैं कि आज मुझे डिनर के लिए यह चीज चाहिए, कल कुछ और।'

टेक्नोलॉजी की वजह से मिल रही है अच्छी शिक्षा

दूसरे शब्दों में कहें तो आज टेक्नोलॉजी की वजह से हमें अच्छी शिक्षा भी मिल रही है। आज हम पहले की तुलना में काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। टेक्नोलॉजी की सुविधा खरीदारी से आगे तक भी फैली हुई है। मूर्ति ने बताया कि उन्होंने एक हेल्थ वेबसाइट की मेंबरशिप भी ले रखी थी। जो कि उनको डायबिटीज को कंट्रोल रखने में भी काफी हेल्प करती थी। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे हमारा कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है।

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