Jal Jeevan Mission probe: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड में जल जीवन मिशन योजना के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं को लेकर मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की जांच के सिलसिले में सोमवार (14 अक्टूबर) को रांची में कई स्थानों पर छापेमारी की। सूत्रों ने बताया कि झारखंड की राजधानी में 20 से अधिक जगहों पर तलाशी ली जा रही है। सूत्रों ने बताया कि ED भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी मनीष रंजन, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री के निजी कर्मचारी मिथिलेश ठाकुर, कुछ सरकारी अधिकारियों, ठेकेदारों और व्यापारियों के परिसरों की भी तलाशी ले रहा है।
पीटीआई के मुताबिक, मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला जल जीवन मिशन में कथित अनियमितताओं के संदर्भ में जांच से जुड़ा है। केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन (जेजेएम) का उद्देश्य घर घर नल के जरिए स्वच्छ एवं पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है। बता दें कि झारखंड में जल्द ही विधानसभा चुनाव की घोषणा होने की संभावना है। राज्य में इस साल के आखिरी में महाराष्ट्र के साथ विधानसभा चुनाव होने हैं।
झारखंड विधानसभा 5 जनवरी, 2025 को अपना कार्यकाल पूरा करेगी। 2019 के चुनाव में राज्य में पांच चरणों में मतदान हुआ था। इससे पहले ईडी ने राजस्थान में जल जीवन मिशन से संबंधित कार्यों में भी इसी तरह की अनियमितताओं की अलग से जांच की थी।
बिजनेसमैन विजय अग्रवाल के आवास पर छापा
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में सोमवार सुबह रांची के इंद्रपुरी मेन रोड स्थित व्यवसायी विजय अग्रवाल के आवास पर भी छापेमारी की। पुलिस ने विजय अग्रवाल के आवास को चारों ओर से घेर लिया है। किसी बाहरी व्यक्ति को उनके घर के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
आरोप है कि विजय अग्रवाल और उनके सहयोगियों ने जल जीवन मिशन योजना घोटाला केस मैनेज करने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी की है। एजेंसी की टीम इस मामले में विस्तृत जांच कर रही है और अन्य संदिग्ध स्थानों पर भी छापेमारी कर रही है। ED की इस रेड से रांची में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों में इस मुद्दे को लेकर अलग-अलग चर्चा शुरू हो गई है।