जम्मू-कश्मीर में केरन सेक्टर पर नियंत्रण रेखा (LoC) के पास स्थित दो गांवों में आजादी के 75 साल में पहली बार बुधवार (3 जनवरी) को बिजली पहुंची। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान सीमा से सटे दोनों गांवों में पहली बार बिजली पहुंची है। उन्होंने कहा, "कुपवाड़ा जिले के केरन इलाके में कुंडियां और पतरू (Kundiyan and Patroo villages) गांवों के निवासियों ने 75 वर्षों में पहली बार बिजली आती देखी।"
प्रवक्ता ने कहा कि कश्मीर के मंडलायुक्त वी.के. भिदुरी ने समृद्ध सीमा योजना (Samridh Seema Yojna) के तहत स्थापित 250-KV के दो सब-स्टेशनों (two 250-KV sub-stations) का उद्घाटन किया। प्रवक्ता ने कहा कि निवासियों ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।
उन्होंने ने कहा, "जैसे ही उनके घर बिजली पहुंची, माहौल खुशी और उल्लास से भर गया, जो दशकों के लंबे इंतजार के अंत का प्रतीक था।" उन्होंने दावा किया कि कश्मीर पावर डिस्ट्रीब्यूशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (KPDCL) इलेक्ट्रिक डिवीजन, कुपवाड़ा द्वारा विद्युतीकरण परियोजना को रिकॉर्ड दो महीने में पूरा किया गया।
बता दें कि LoC पर सुरक्षा के लिहाज से दूर दराज के एरिया में इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड का निर्माण कार्य नहीं किया गया था। हालांकि घाटी में धीरे-धीरे हालात सुधरने पर इस दिशा में बड़े पैमाने पर काम हो रहा है। अब उन क्षेत्रों में भी बिजली पहुंचाई जा रही है जहां आज तक लोग अंधेरे में जीने को मजबूर थे।