Kanjhawala Death Case: दिल्ली पुलिस (Delhi police) ने राजधानी के कंझावला इलाके में कार से 20 वर्षीय अंजलि सिंह (Anjali Singh) को टक्कर मारने के बाद कार से घसीटने से हुई मौत के मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी की पहचान आशुतोष (Ashutosh) के तौर पर की है। वह इस मामले में गिरफ्तार किया गया छठवां व्यक्ति है। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा, ‘‘सुल्तानपुरी मामले में छठवें आरोपी आशुतोष को गिरफ्तार किया गया है, जिसने पुलिस को गलत जानकारी दी थी। आगे की जांच चल रही है।’’
इस बीच, कंझावला मामले में मृतक अंजलि (Anjali) की दोस्त निधि (Nidhi) को दिल्ली पुलिस शुक्रवार को उसके घर से थाने लाकर पूछताछ कर रही है। निधि के बयानों में विरोधाभास होने के कारण और मामले में प्रमुख चश्मदीद होने के कारण पूछताछ के लिए उसको दिल्ली पुलिस अपने पास लेकर आई है।
एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस शुक्रवार को प्रमुख चश्मदीद निधि को जांच में शामिल होने के लिए सुल्तानपुरी पुलिस स्टेशन ले आई है। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा, "उन्हें पुलिस ने जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है।" बता दें कि दुर्घटना की रात अंजलि के साथ निधि मौजूद थी।
कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि दिल्ली पुलिस ने निधि को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा कि मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि निधि(चश्मदीद) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह स्पष्ट किया जाता है कि उन्हें पुलिस ने जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है।
इस मामले में पहले गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों ने कथित तौर पर आशुतोष से कार ली थी। गुरुवार को पुलिस ने कहा था कि वह दो संदिग्धों की तलाश कर रही है, जो कथित तौर पर पांचों आरोपियों को बचाने में शामिल थे।
इस मामले में पुलिस ने पहले दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया था। CCTV कैमरे की फुटेज और कॉल डिटेल के रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस को दो और लोगों- आशुतोष और अंकुश खन्ना की संलिप्तता के बारे में पता चला था, जो आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे थे।
अंकुश खन्ना आरोपी अमित खन्ना का भाई है। अमित के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है और उसने अंकुश को दुर्घटना के बारे में सूचित किया तो उसके भाई ने दीपक को पुलिस को यह बताने के लिए राजी किया था कि वह दुर्घटना के दिन गाड़ी चला रहा था। दीपक ग्रामीण सेवा चलाता है।