सनातन धर्म के लोगों के लिए करवा चौथ के व्रत का विशेष महत्व है। ये व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए रखती हैं। हालांकि ये व्रत काफी कठिन होता है। इस व्रत के दौरान अन्न के साथ-साथ पानी पीने की भी मनाही होती है। यानी निर्जला उपवास रहना होता है। शाम में चंद्र देव को पानी से अर्घ्य देने के बाद ही ये व्रत खोला जाता है। करवा चौथ व्रत के कई अहम नियम भी होते हैं। जिनका पालन न करने पर महिलाओं को उनकी पूजा का पूरी तरह से फल नहीं मिलता है।