मार्च का महीना दस्तक देते ही सूरज की किरणें तेज होने लगती हैं, जिससे खेतों में गर्मी का असर दिखने लगता है। इस बदलते मौसम के साथ फसलों पर कीटों का खतरा भी बढ़ जाता है, जो किसान की मेहनत पर पानी फेर सकते हैं। पारंपरिक खेती से जुड़े किसान जानते हैं कि रासायनिक कीटनाशकों का अधिक इस्तेमाल मिट्टी की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचाता है और स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है। ऐसे में जैविक और प्राकृतिक उपाय अपनाकर न केवल फसलों को सुरक्षित रखा जा सकता है, बल्कि उनकी उत्पादकता भी बढ़ाई जा सकती है।