Get App

Protect Spinach Crop: मार्च की गर्मी में पालक की फसल को कीटों से बचाएं, ये घरेलू उपाय देंगे बेहतरीन नतीजे

Protect Spinach Crop: मार्च की तेज धूप गर्मी बढ़ने का संकेत देती है, जिससे उत्तराखंड के खेतों में कीटों का खतरा बढ़ जाता है। रासायनिक दवाओं की बजाय पारंपरिक उपाय जैसे हल्दी-नीम का घोल, गुड़-छाछ का जीवामृत और नींबू के पत्तों का काढ़ा फसलों को सुरक्षित रखते हैं। ये जैविक नुस्खे मिट्टी की उर्वरता बनाए रखते हैं और पैदावार को स्वस्थ रखते हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 14, 2025 पर 3:33 PM
Protect Spinach Crop: मार्च की गर्मी में पालक की फसल को कीटों से बचाएं, ये घरेलू उपाय देंगे बेहतरीन नतीजे
Protect Spinach Crop: गुड़ और छाछ का मिश्रण कीटों को दूर रखता है.

मार्च का महीना दस्तक देते ही सूरज की किरणें तेज होने लगती हैं, जिससे खेतों में गर्मी का असर दिखने लगता है। इस बदलते मौसम के साथ फसलों पर कीटों का खतरा भी बढ़ जाता है, जो किसान की मेहनत पर पानी फेर सकते हैं। पारंपरिक खेती से जुड़े किसान जानते हैं कि रासायनिक कीटनाशकों का अधिक इस्तेमाल मिट्टी की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचाता है और स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है। ऐसे में जैविक और प्राकृतिक उपाय अपनाकर न केवल फसलों को सुरक्षित रखा जा सकता है, बल्कि उनकी उत्पादकता भी बढ़ाई जा सकती है।

कृषि विशेषज्ञों की मानें तो हल्दी-नीम का घोल, गुड़-छाछ से बना जीवामृत और नींबू के पत्तों का काढ़ा खेतों में किसी ढाल से कम नहीं। ये न केवल फसल को कीटों से बचाते हैं, बल्कि मिट्टी की उर्वरता और पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाते हैं। सही उपाय अपनाकर किसान बेहतर और सुरक्षित पैदावार हासिल कर सकते हैं

हल्दी और नीम का असरदार मिश्रण

लोकल 18 से बात करते हुए कृषि विशेषज्ञ रिंकी सुधन ने ऐसे कुछ पारंपरिक उपाय साझा किए हैं, जो पालक की फसल को बचाने में काफी कारगर साबित होते हैं। उन्होंने बताया कि, हल्दी और नीम अपने औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं। इनका सही मिश्रण कीटों को दूर करने में सहायक होता है और मिट्टी में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है।

तैयारी का तरीका

सब समाचार

+ और भी पढ़ें