हाँ, मैं वर्तक नगर, ठाणा पुलिस स्टेशन गई थी। मेरे साथ मेरी सेक्रेटरी और ड्राइवर भी थे। यह इलाका है जो रेमंड्स, जेके ग्राम को संभालता है। पुलिस ने मुझे बताया कि 35 पुलिस स्टेशन उन्हें रिपोर्ट करते हैं। मुझे बताया गया है कि थाना मुंबई से भी बड़ा है। वैसे भी, उसने मेरे पीछे अपने गुंडे भेजे। चन्द्रकान्त आये थे। मैंने उससे कहा भी कि क्या तुम मुझे यहां परेशान करने आए हो? क्या तुम्हें लगता है कि हर कोई तुम्हारी जेब में है? वे पुलिस थाने में भी उपद्रव मचाते हुए इधर-उधर घूम रहे थे। तो पुलिस ने उन्हें बताया कि यह कोई स्कैंडल प्वाइंट नहीं है। हमने इलाके में ये सब पहले भी देखा है, एक के बाद एक कई गाड़ियां आती हैं। अंत में, मैंने अपना बयान दिया। मैंने इस बार के और पिछले सारे निमंत्रणों के सबूत पेश किए, और मैंने नौ वीडियो भी दिए समयसीमा के साथ। कौन किससे बात कर रहा था सब दिख रहा था। जैसे ही हम बाहर निकले, उसकी गाड़ियां हमारा पीछा कर रही थीं। इसलिए मैंने अपने ड्राइवर से कहा- वापस पुलिस स्टेशन चलो। मैं सड़क के बीच में उतर गई, पहली कार के सामने। ड्राइवर घबरा गया और मैंने उससे कहा, “तुम्हारी परेशानी क्या है, महिलाओं और बच्चों को क्यों परेशान कर रहे हो? घर जाओ और सो जाओ!” और फिर वह चला गया। वहां एक और कार थी, जो भी मेरे पीछे आ रही थी। इस बार पुलिस वाले बाहर आये और उन्होंने इस कार के सामने एक पुलिस कार लगाकर उसे रोक दिया। इसका वीडियो भी मेरे पास है। पुलिस ने ड्राइवरों का भी विरोध किया...उनकी आईडी और मंशा पूछी। आखिरकार, पुलिसवाले मुझे और मेरे सेक्रेटरी को, पूरी तरह से सुरक्षित घर तक साथ लेकर आए।