AAP सांसद राघव चड्ढा पर 5 सांसदों के 'फर्जी साइन' करने का आरोप, लाया जा सकता है विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव

Raghav Chadha: राज्यसभा में आम आदमी पार्टी (AAP) के सासंद राघव चड्ढा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जा सकता है। राघव चड्ढा उस वक्त मुसीबत में फंस गए, जब सोमवार को पांच राज्यसभा सांसदों ने उनके खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की। सांसदों ने आरोप लगाया कि दिल्ली सेवा विधेयक पर प्रस्तावित चयन समिति में उनकी सहमति के बिना उनके 'फर्जी हस्ताक्षर' किए गए

अपडेटेड Aug 08, 2023 पर 11:10 AM
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Raghav Chadha: सूत्रों का कहना है कि राघव चढ्ढा के खिलाफ FIR भी दर्ज की जा सकती है

राज्यसभा में आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जा सकता है। राघव चड्ढा उस वक्त मुसीबत में फंस गए, जब सोमवार को पांच राज्यसभा सांसदों ने उनके खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की। सांसदों ने आरोप लगाया कि दिल्ली सेवा विधेयक पर प्रस्तावित चयन समिति में उनकी सहमति के बिना उनके 'फर्जी हस्ताक्षर' किए गए। यह विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी और नरहरि अमीन द्वारा लाए जाने की संभावना है। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि राघव चढ्ढा के खिलाफ FIR भी दर्ज की जा सकती है।

क्या है आरोप?

आरोप यह है कि राघव की ओर से दिल्ली सेवा बिल सेलेक्ट कमेटी को भेजने वाले प्रस्ताव में सस्मित पात्रा, नरहरि अमीन, थंबीदुरई, सुधांशु त्रिवेदी एवं नागालैंड के राज्यसभा सांसद फांगनोन कोन्याक का नाम शामिल किया गया। जबकि इनमें से कुछ सांसदों ने सोमवार रात सदन की कार्रवाई के दौरान बताया कि उन्होंने इस पर हस्‍ताक्षर ही नहीं किए हैं। संसद सदस्यों की सहमति के बिना उनका नाम लेना संसदीय विशेषाधिकार का उल्लंघन है। AAP सांसद चड्ढा ने दिल्ली सर्विस बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने का प्रस्ताव पेश किया था।


अमित शाह ने लगाया आरोप

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि इस मोशन को पेश करने के दौरान चड्ढा ने 5 सांसदों के फर्जी दस्तखत लगाए हैं। उन्होंने इस विषय पर उपसभापति से उचित कार्रवाई करने की मांग की है। शाह ने कहा कि दो सदस्यों, बीजू जनता दल के सस्मित पात्रा और भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा है कि उन्होंने राघव चड्ढा की ओर से पेश किए गए प्रस्ताव पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।

शाह ने कहा कि ऐसी स्थिति में इस बात की जांच होनी चाहिए कि उनके हस्ताक्षर किसने किए। अमित शाह ने कहा कि जब इन सांसदों ने हस्ताक्षर ही नहीं किए तो हस्ताक्षर किसने किए। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि संसद में भी धोखाधड़ी हो रही है इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस विषय को प्रीविलेज कमेटी के पास भेजा जाए। वह इसी संबंध में राज्यसभा के चार सदस्यों ने उपसभापति को अपनी शिकायत भेजी है। इस पूरे विषय पर उपसभापति का कहना है कि इसकी जांच की जाएगी।

''नोटिस आने दीजिए मैं जवाब दे दूंगा''

राघव चड्ढा का कहना है, ''नोटिस आने दीजिए मैं जवाब दे दूंगा।'' राघव ने कहा कि इस बिल पर हम संसद में हार गए, लेकिन कोर्ट में लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ फिर से अरविंद केजरीवाल के पक्ष में फैसला सुनाएगी। सोमवार रात राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान ही थंबीदुरई, सस्मित पात्रा और फांगनोन कोन्याक ने सदन में कहा कि ''हमने कोई भी मोशन मूव नहीं किया, न ही साइन किया है।"

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दरअसल, इन सांसदों ने दिल्ली सेवा विधेयक को चयन समिति को भेजने के लिए AAP सांसद की ओर से पेश किए गए प्रस्ताव पर अपने फर्जी हस्ताक्षर किए जाने का आरोप लगाया है। अन्नाद्रमुक सांसद एम. थंबीदुरई का कहना है कि उन्होंने राज्यसभा के सभापति को एक पत्र दिया है कि प्रस्ताव में उनका नाम कैसे शामिल किया गया। थंबीदुरई ने उनके जाली हस्ताक्षर किए जाने की आशंका जताई है। कुछ ऐसा ही बीजू जनता दल के सांसद डॉ सस्मित पात्रा ने कहा। उन्होंने कहा, ''राघव चड्ढा की ओर से पेश किए गए एक प्रस्ताव में मेरे नाम का उल्लेख किया गया था। मेरी सहमति के बिना मेरा नाम प्रस्ताव में नहीं डाला जा सकता।''

Akhilesh

Akhilesh

First Published: Aug 08, 2023 10:59 AM

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