डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जाता है। कोई भी मरीज बीमार हो तो डॉक्टरों की पूरी कोशिश रहती है कि मरीज की जान बचाए। आंख बंद कर लोग डॉक्टरों पर भरोसा भी करते हैं। लेकिन राजस्थान के झुंझुनूं से एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसे सुनकर लोग शायद डॉक्टरों पर भरोसा करना बंद कर दे। अस्पताल से डॉक्टरों की घनघोर लापरावही सामने आई है। डॉक्टरों ने 47 साल के एक जीवित शख्स को दोपहर में मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शाम को अंतिम संस्कार किया जाने लगा। तभी चिता में लेटा रोहितांश जिंदा हो गया। इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। डॉक्टर भी कुछ भी कहने से बचने लगे।