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रामनवमी पर रामलला के 'सूर्य तिलक' की भव्य तैयारी, जानिए कब- कहां और कैसे देखें

Ram Lalla Surya Tilak on Ram Navami 2024: देश भर में आज धूमधाम से रामनवमी का पर्व मनाया जा रहा है। आज ही राम नवमी के दिन रामलला का सूर्य तिलक किया जाएगा। 17 अप्रैल को दोपहर 12:00 बजे राम लला का सूर्य अभिषेक किया जाएगा। जन्मोत्सव के इस मौके पर 146 स्थानों पर एलईडी के जरिए लाइव प्रसारण किया जाएगा

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 17, 2024 पर 8:52 AM
रामनवमी पर रामलला के 'सूर्य तिलक' की भव्य तैयारी, जानिए कब- कहां और कैसे देखें
Ram Navami 2024: भगवान राम का सूर्य अभिषेक विज्ञान के फॉर्मूले के तहत किया जाएगा। इसका ट्रायल भी किया जा चुका है।

Ram Navami 2024: अयोध्या में रामनवमी के पावन अवसर पर विशाल राममंदिर में श्री रामलाला का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। यह मौका सभी राम भक्तों के लिए किसी अमृत बेला से कम नहीं है। जन्मोत्सव के हर क्षण को यादगार बनाने के लिए राम मंदिर में बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है। त्रेतायुग में जन्म लिए भगवान श्रीराम के माथे पर सूर्य तिलक किया जाएगा। इसके लिए 17 अप्रैल दोपहर 12:16 बजे का समय तय किया गया है। इसी समय राम लला का सूर्य अभिषेक किया जाएगा। अयोध्या में भव्य मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली राम नवमी है।

राम मंदिर में जनवरी महीने में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह किया गया था। इसके बाद राम मंदिर में यह अब तक का सबसे बड़ा कार्यक्रम है। इस जन्मोत्सव को भव्य रूप देने के लिए मंदिर में बिजली के झालरों की सजावट की गई। साथ ही मंदिर को फूलों व रंगोली से सजाया गया है। मंदिर परिसर में धार्मिक अनुष्‍ठान नवरात्रि से ही चल रहे हैं। आज (17 अप्रैल 2024) दोपहर 12 बजे प्रभु रामलला के प्रतीकात्‍मक जन्‍म के बाद दोपहर 12:16 बजे पर उनके ललाट पर 4 मिनट तक सूर्य की किरणों से प्रभु श्रीराम का अभिषेक किया जाएगा।

रामनवमी पर हर साल सूर्य की स्थिति बदलती है

CSIR-CBRI रुड़की के वैज्ञानिक डॉ एसके पाणिग्रही (Dr S K Panigrahi) ने बताया कि सूर्य तिलक प्रोजेक्ट के तहत हर साल चैत्र माह में श्री रामनवमी पर दोपहर 12 बजे से भगवान राम के मस्तक पर सूर्य की रोशनी से तिलक किया जाएगा। हर साल इस दिन आकाश पर सूर्य की स्थिति बदलती है। उन्‍होंने कहा कि विस्तृत गणना से पता चलता है कि श्री रामनवमी की तिथि हर 19 साल में दोहरायी जाती है। उन्होंने बताया कि तिलक का आकार 58 मिमी है। रामलला के मस्तक के केंद्र पर तिलक लगाने की सही अवधि 3 मिनट से 3.50 मिनट है। जिसमें 2 मिनट तक पूरी तरह से रोशनी होती है। बता दें कि पौराणिक कथाओं के मुताबिक, भगवान श्रीराम सूर्यवंशी थे, इसलिए उन्हें सूर्य तिलक किए जाने की परंपरा है।

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