'कोई विश्वसनीय सबूत नहीं', आतंकी पन्नू हत्या साजिश मामले में रूस ने दोस्‍त भारत का दिया साथ

Gurpatwant Pannun Case: अमेरिकी अखबार 'वाशिंगटन पोस्ट' ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए हाल ही में रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के एक अधिकारी का नाम, पिछले साल अमेरिकी में अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की कथित साजिश के संबंध में लिया था। भारत ने इस रिपोर्ट की आलोचना करते हुए इन दावों को खारिज कर दिया है

अपडेटेड May 09, 2024 पर 10:24 AM
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Gurpatwant Singh Pannun Murder Plot: भारत ने कहा है कि रिपोर्ट में एक गंभीर मामले में अवांछित और निराधार आरोप लगाए गए हैं

Gurpatwant Pannun Case: रूसी विदेश मंत्रालय ने सिख समर्थक अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के असफल प्रयास की साजिश के संबंध में भारत के खिलाफ अमेरिका द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया है। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका ने अभी तक इस मामले में भारतीय नागरिकों के इस साजिश में शामिल होने वाला कोई विश्वसनीय सबूत नहीं दिया है। रूसी मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वाशिंगटन ने मामले में भारतीय संलिप्तता को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं दिए हैं। बता दें कि अमेरिका में पन्नू की हत्या की साजिश से संबंधित आरोपों पर भारत द्वारा की जा रही जांच के नतीजों का अमेरिका इंतजार कर रहा है।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक रूसी विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, "हमारे पास मौजूद जानकारी के अनुसार, वाशिंगटन ने अभी तक किसी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की तैयारी में भारतीय नागरिकों की संलिप्तता का कोई विश्वसनीय सबूत नहीं दिया है। सबूत के अभाव में इस विषय पर अटकलें अस्वीकार्य हैं।"

अमेरिका की आलोचना करते हुए जखारोवा ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा नई दिल्ली के खिलाफ धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करने के नियमित निराधार आरोप अमेरिका की राष्ट्रीय मानसिकता की गलतफहमी, भारतीय राज्य के विकास के ऐतिहासिक संदर्भ और भारत के प्रति अनादर का प्रतिबिंब हैं।


अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट पर दिया जवाब

अमेरिकी अखबार 'वाशिंगटन पोस्ट' ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए हाल ही में रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के एक अधिकारी का नाम, पिछले साल अमेरिकी में पन्नू को मारने की कथित साजिश के संबंध में लिया था। भारत ने इस रिपोर्ट की आलोचना करते हुए इन दावों को खारिज कर दिया है। भारत ने कहा है कि रिपोर्ट में एक गंभीर मामले पर अनुचित और अप्रमाणित आरोप लगाए गए हैं और मामले की जांच जारी है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने पिछले मंगलवार को नई दिल्ली में कहा, "संबंधित रिपोर्ट एक गंभीर मामले पर अनुचित और निराधार आरोप लगाती है।" जायसवाल ने कहा कि कथित साजिश पर अमेरिका द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी की जांच के लिए नई दिल्ली द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय समिति अभी भी मामले की जांच कर रही है।

अमेरिका का जवाब

विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने सोमवार को अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "उन्होंने (भारत सरकार ने) मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है और जांच जारी है, हम जांच के नतीजों का इंतजार करेंगे। लेकिन हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह कुछ ऐसा है जिसे हम गंभीरता से ले रहे हैं और हमें लगता है कि उन्हें भी इसे गंभीरता से लेना चाहिए।"

मिलर उन आरोपों पर पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे जिनमें कहा गया है कि भारत सरकार के अधिकारी अमेरिकी नागरिक और अलगाववादी सिख नेता पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल थे।

उन्होंने पत्रकारों से कहा "मैं आपको वहां की जांच के विवरण के बारे में बात करने के लिए कनाडा के अधिकारियों का संदर्भ दूंगा। अभियोग के संबंध में, मैं न्याय विभाग को विस्तार से ब्यौरा पेश करने के लिए कहूंगा।"

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प्रवक्ता ने कहा, "इसके बाद ही मैं कह पाउंगा कि विदेश मंत्रालय के पास यह मामला आते ही हमने स्पष्ट कर दिया था कि ये आरोप पहले सार्वजनिक किए गए और यह कुछ ऐसा है जिसे भारत को गंभीरता से लेना चाहिए और जांच करनी चाहिए।"

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