Sambhal mosque survey violence: विपक्षी दलों ने उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) को जिम्मेदार ठहराया। विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने अपनी नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने के लिए मस्जिद में सर्वेक्षण दल भेजा था। वहीं, बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद से ही इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) गठबंधन अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है। इस बीच, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने योगी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया है कि मुसलमानों को भारत में दुश्मन मानकर व्यवहार किया जा रहा है।
इमरान ने X पर एक वीडियो के साथ लिखा, "पूरा एक सिस्टम है जो खुलेआम देश के मुसलमानों को अपना दुश्मन मानकर व्यवहार कर रहा है। संभल में जिस तरह से प्रदर्शनकारियों पर सीधे फायरिंग करने के वीडियो आए हैं वो ये बताते हैं कि पूरी तैयारी से प्रशासन ने लोगों की जान ली है। आनन फानन में याचिका दाखिल होना, तुरंत सर्वे का आदेश होना, तुरंत टीम का पंहुचना, आज बिना लोगों को विश्वास में लिए सर्वे करना,एैसा लग रहा है जैसे प्रशासन की पूरी तैयारी थी कि किसी तरह संभल का माहौल खराब किया जा सके। अवाम से शांति की अपील है और सरकार से भी अनुरोध है कि लोगों की जान लेने वाले पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुक़दमा दर्ज किया जाए।"
इसके अलावा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने X पर लिखा, "संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और कई लोगों की मृत्यु का कारण बना- जिसकी सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार है।"
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने आगे लिखा, "भाजपा का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान समाजों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न प्रदेश के हित में है, न देश के। मैं सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर न्याय करने का अनुरोध करता हूं। मेरी अपील है कि शांति और आपसी सौहार्द बनाए रखें। हम सबको एक साथ जुड़ कर यह सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफ़रत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े।"
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लिखा, "संभल, उत्तर प्रदेश में अचानक उठे विवाद को लेकर राज्य सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इतने संवेदनशील मामले में बिना दूसरा पक्ष सुने, बिना दोनों पक्षों को विश्वास में लिए प्रशासन ने जिस तरह हड़बड़ी के साथ कार्रवाई की, वह दिखाता है कि सरकार ने खुद माहौल खराब किया। प्रशासन ने जरूरी प्रक्रिया और कर्तव्य का पालन भी जरूरी नहीं समझा। सत्ता में बैठकर भेदभाव, अत्याचार और फूट फैलाने का प्रयास करना न जनता के हित में है, न देश के हित में। माननीय सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का संज्ञान लेकर न्याय करना चाहिए। प्रदेश की जनता से मेरी अपील है कि हर हाल में शांति बनाएं रखें।"
समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि उसकी सरकार और प्रशासन ने "चुनावी गड़बड़ी से ध्यान हटाने के लिए" हिंसा की साजिश रची। लखनऊ में एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा, "चुनाव के बारे में चर्चा को बाधित करने के लिए सुबह जानबूझकर एक सर्वेक्षण दल भेजा गया था। इसका उद्देश्य अराजकता पैदा करना था ताकि चुनावी मुद्दों पर कोई बहस न हो सके।"
यादव ने BJP पर सत्ता के दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए राज्य में 9 विधानसभा सीट पर हुए उपचुनावों के दौरान 'इलेक्ट्रॉनिक बूथ कैप्चरिंग' का भी आरोप लगाया और कहा कि अगर निर्वाचन आयोग EVM की फोरेंसिक जांच करवा ले तो स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
संभल में बाहरी लोगों की एंट्री बंद
संभल जिले में स्थित जामा मस्जिद में रविवार (24 नवंबर) को सर्वेक्षण के काम के दौरान हुई हिंसा के मद्देनजर जिला प्रशासन ने आगामी 30 नवंबर तक जिले में बाहरी लोगों की एंट्री पर पाबंदी लगा दी है। अब किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि को जिले में दाखिल होने के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। स्थानीय अदालत में एक याचिका दायर कर दावा किया गया है कि चंदौसी के कोट मोहल्ले में जहां जामा मस्जिद है, वहां पहले हरिहर मंदिर था।
पुलिस के अनुसार संभल की जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर रविवार को किए गए सर्वेक्षण का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी, पुलिस से भिड़ गए थे। पुलिस ने बताया कि इस हिंसा के दौरान हुई गोलीबारी तथा पथराव में चार लोगों की मौत हो गई और कुल 20 लोग जख्मी हो गए। उसने बताया कि पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) संजीव कुमार के पैर में गोली लगी है। जबकि उप जिलाधिकारी रमेश चंद्र के पैर की हड्डी टूट गई है। पुलिस ने बताया कि संभल के पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार को भी छर्रे लगे हैं।